लॉकडाउन के बाद बैंकों ने लोन किए सस्ते तो निर्माण सामग्री के दाम बढ़े
पटियाला कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के असर ने बैंकों में लोन सस्ता किया है तो रोजना प्रयोग होने वाली वस्तुओं पर असर पड़ा है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के असर ने बैंकों में लोन सस्ता किया है, तो रोजना प्रयोग होने वाली वस्तुओं पर असर पड़ा है। जिसके चलते मार्केट में हर चीज का दाम बढ़ चुका है। निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाली सामग्री भी काफी महंगी हो चुकी है, जिसका असर आम व्यक्ति पर पड़ रहा है। अगर देखा जाए तो निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाला सीमेंट का बैग लॉकडाउन से पहले 360 रुपये में मिलता था, जो अब 400 रुपये का मिल रहा है। हालांकि लॉकडाउन के दौरान हुए नुकसान के चलते मौजूदा समय में निर्माण कार्य काफी कम हो रहे हैं।
ईट 5200 से बढ़कर 5600 रुपये प्रति हजार तक पहुंची
निर्माण में प्रयोग होने वाली ईट जोकि एक हजार 5200 रुपये में मिलती थी, अब इसका दाम 5600 रुपये पहुंच चुका है। इसी तरह लॉकडाउन से पहले रेत का दाम 30 रुपये फीट था, मौजूदा समय में 35 से 37 रुपये फीट मिल रही है। वहीं, बजरी का दाम भी करीब 50 रुपये फीट बढ़ गया है।
निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाले मैटीरियल के बढ़ रहे दाम का असर प्रॉपर्टी के कारोबार पर भी पड़ रहा है। दाम में बढ़ोतरी होने के चलते कॉलोनाइजर व ठेकेदारों ने अपने-अपने निर्माण कार्यों पर रोक लगा रखी है। वहीं, प्रॉपर्टी का कारोबार भी काफी नीचे गिर चुका है। लोगों की जेब पर पड़ रहा भार
कांट्रेक्टर सुरिदरपाल सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के बाद मैटीरियल के बढ़ रहे दाम का असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। जिसके चलते प्रॉपर्टी के कारोबार में काफी गिरावट आ चुकी है। प्रॉपर्टी की सेल और प्रचेज भी काफी कम हो चुकी है। मौजूदा समय में 50 गज का घर बनाना भी बेहद मुश्किल हो चुका है। मैटीरियल के दाम घटने के बाद ही निर्माण कार्य में तेजी होने की संभावना है।