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अवैध कब्जों के बाद नशा बिक्री का अड्डा बनी कबाड़ी मार्केट

एशिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर मार्केट का नाम हासिल कर चुकी मार्केट को इन दिनों नशे का कारोबार का अड्डा बनाया जाने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 04:47 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 06:24 AM (IST)
अवैध कब्जों के बाद नशा बिक्री का अड्डा बनी कबाड़ी मार्केट
अवैध कब्जों के बाद नशा बिक्री का अड्डा बनी कबाड़ी मार्केट

प्रेम वर्मा, पटियाला

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एशिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर मार्केट का नाम हासिल कर चुकी मार्केट को इन दिनों नशे का कारोबार का अड्डा बनाया जाने लगा है। मार्केट के बगल में बनी झुग्गियों की आड़ में यहां पर नशीले पदार्थ बेचने का काम किया जाने लगा है। हालात यह है कि इस मार्केट में पंजाब के साथ लगते हरियाणा से लोग आकर नशीले पदार्थ खरीदकर ले जाने लगे हैं। इस काम को अंजाम देने के लिए मार्केट के साथ बनी झुग्गियों के रहने वाले लोगों का सहारा लिया जा रहा है। इन झुग्गियों में अवैध शराब, नशीले पाउडर के अलावा अन्य तरह के नशीले पदार्थ बेचे जाने लगे हैं। हालांकि मार्केट के कुछ दुकानदारों ने इसका विरोध कर पुलिस व प्रशासन को शिकायत भी भेजी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।

ऐसे हुई शुरुआत : ट्रैक्टर मार्केट में इन दिनों कबाड़ की गाड़ियों की भरमार है, जहां पर पब्लिक तो दूर पुलिस को भी घुसने के लिए रास्ता नहीं मिल पाता है। यहां पर बाहरी राज्यों की गाड़ियों को तोड़ने के लिए लाने के बाद बिना तोड़े ही रखा जा रहा है। पहले तो बाहरी राज्य व पंजाब नंबर की गाड़ियों को ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की मंजूरी के बिना तोड़ने के लिए लाया जाता है। इसके बाद कागजी कार्रवाई चल रही है, का बहाना बनाते हुए गाड़ी को खड़ी कर देते हैं। गाड़ियों की भरमार के बीच ही झुग्गियों में रहने वाले टूटी गाड़ी के अंदर नशा छिपाकर रखते हैं। यानि की पुलिस की रेड होने पर इन झुग्गियों व गाड़ियों से आसानी से नशीले पदार्थ बरामद न हो सकें।

ऐसे हुआ था पर्दाफाश : मार्केट के दुकानदारों के पास काम करने वाले कुछ युवक नशे के आदी हो चुके हैं। ऐसे में अक्सर ही काम के दौरान युवक चोरीछिपे नशा करने लगे और दुकानदारों को इसकी भनक लग गई। इसके बाद कुछ दुकानदारों ने झुग्गी वालों से झगड़ा करते हुए इलाके में नशे का कारोबार बंद करने की नसीहत भी दी, लेकिन हालात नहीं सुधरे हैं। अब पुलिस को भी इलाके में रेड पर जाने के लिए गाड़ी निकालने का रास्ता तक नहीं छोड़ा गया है, ताकि इस दौरान मौका पाकर सामान को खुर्दबुर्द कर सकें।


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