चौथे दिन कब्र से निकाली छह वर्षीय अमन की लाश, पोस्टमार्टम करवाया
थाना कोतवाली एरिया में आते छोटी नदी की डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के कारण जमा हुए पानी में डूबकर मरे छह साल के अमन का चार दिन बाद कब्र खोदकर शव बाहर निकाला गया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : थाना कोतवाली एरिया में आते छोटी नदी की डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के कारण जमा हुए पानी में डूबकर मरे छह साल के अमन का चार दिन बाद कब्र खोदकर शव बाहर निकाला गया। घलौड़ी श्मशानघाट में दफनाई गई अमन की लाश को निकालने के बाद राजिदरा अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया। इस मामले में अमन के पिता रोशन लाल ने कोतवाली पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके बेटे की मौत ठेकेदार की लापरवाही के कारण जमा हुए पानी की वजह से हुई है। फिलहाल पुलिस ने केस तो दर्ज नहीं किया है लेकिन जिला प्रशासन की मंजूरी के बाद एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार की मौजूदगी में कोतवाली थाना इंचार्ज हरमनप्रीत चीमा ने शव निकालने के बाद पोस्टमार्टम करवाया। इंस्पेक्टर चीमा ने कहा कि वह शिकायत मिलने का इंतजार कर रहे थे, शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की गई है। इस मौके पर जिला भाजपा शहरी प्रधान हरिंदर कोहली, जिला भाजपा के मीडिया इंचार्ज राहुल मेहता, जिला भाजपा युवा मोर्चा के शहरी प्रधान पंकज कोहली और महेंद्र सिंह समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता विशेष तौर पर मौजूद रहे।
छोटी नदी के डेवलपमेंट को लेकर यह प्रोजेक्ट पिछले करीब 10 महीने से चल रहा है लेकिन पिछले कुछ समय से इस प्रोजेक्ट को बीच-बीच में रोक दिया जाता है। प्रोजेक्ट में देरी के कारण रोका गया पानी एक जगह इकट्ठा हो गया है। इलाके के नजदीक ही रोड़ी कुट्ट मोहल्ला है, जहां से अक्सर ही बच्चे नदी की तरफ खेलने या शौचालय के लिए निकल जाते हैं। यही नहीं, मोहल्ले में रहने वाले लोग भी नदी के किनारे अपने कपड़े धोने व अन्य काम करते हैं। इसी के चलते बच्चे रविवार को भी नदी में उतर गए थे और यह हादसा हो गया। घटना के बाद मामला काफी गर्माया और पुलिस तक भी जानकारी पहुंची। शिकायत न होने की वजह से पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
ये था मामला
सनौरी अड्डा के नजदीक भूतनाथ मंदिर के सामने छोटी नदी पर चल रहे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के कारण पानी की निकासी रोकी हुई थी। दस अक्टूबर शाम करीब चार बजे अमन की लाश को तैरते हुए उसकी मां ने देखा तो भागकर उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक बच्चा प्राण त्याग चुका था।