कंपार्टमेंट है बेटा, क्लीयर हो जाएगी, दिल पर मत लो
पंजाबी यूनिवर्सिटी के बीटेक स्टूडेंट आदर्श सुमन ने सोमवार सुबह करीब नौ बजे मां से बात की थी।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी के बीटेक स्टूडेंट आदर्श सुमन ने सोमवार सुबह करीब नौ बजे मां से बात की थी। मां ने उसे समझाया था कि पेपरों में आई कंपार्टमेंट को दिल से न लगाए बल्कि और ज्यादा मेहनत करे। कोर्स क्लियर करने के लिए अभी बहुत वक्त है, लेकिन आदर्श काफी नर्वस व निराश था। समझाने के बाद उसकी मां ड्यूटी पर चली गईं, फिर करीब दो घंटे के बाद आदर्श ने पीयू के बाबा बंदा सिंह बहादुर हॉस्टल में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर वासी आदर्श के पिता सतीश कुमार कानूनगो हैं और मां इलाके में तहसीलदार की पोस्ट पर हैं। परिवार में आदर्श की दो बहनें हैं, जिनका वह इकलौता भाई था। दोनों मंगलवार सुबह पटियाला के राजिदरा अस्पताल में पहुंचे। यहां थाना अर्बन एस्टेट पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिवार को सौंप दिया। जांच अधिकारी एएसआइ कुलदीप सिंह ने कहा कि आदर्श पढ़ाई में कमजोर था, जिस वजह से उसकी कंपार्टमेंट आ गई थी। उसकी मां ने सोमवार सुबह फोन पर बात करने के दौरान उसे हौसला भी दिया था, लेकिन वह तनाव से बाहर नहीं निकल सका।
माता-पिता को नहीं पता किस रूम में रहता है बेटा
आदर्श ने साल 2019 में बीटेक कंप्यूटर की पढ़ाई पूरी कर ली थी, लेकिन कुछ विषय में उसकी कंपार्टमेंट थी जिसे क्लियर करने के लिए उसने दो बार कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। इसके कारण वह बार-बार फीस भरकर परेशान हो चुका था। पास आउट होने के कारण उसने हॉस्टल छोड़ दिया था, लेकिन उसके गांव के कुछ युवक अभी भी हॉस्टल में ही थे। हॉस्टल में दोस्तों से मिलने आता रहता था, लेकिन सोमवार को उसकी लाश हॉस्टल के कमरा नंबर 135 में मिली। माता-पिता अक्सर आदर्श से फोन पर बात करते रहते थे, लेकिन इन्हें यह पता नहीं था कि बेटा किस रूम में रहता है। पुलिस ने पड़ताल की तो जानकारी मिली कि वह बाहर कभी पीजी में दोस्त के पास तो कभी हॉस्टल में रहता था।