गुम हुए 267 पवित्र स्वरूपों को लेकर अमृतसर में धरना देगी आप
पटियाला आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के नेता विपक्ष और विधायक हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बेअदबी और पवित्र स्वरूपों के गुम होने के मामले में कांग्रेस और अकाली दल एक दूसरे को बचाते रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला :
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के नेता विपक्ष और विधायक हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बेअदबी और पवित्र स्वरूपों के गुम होने के मामले में कांग्रेस और अकाली दल एक दूसरे को बचाते रहे हैं। चीमा के साथ विधायक कुलतार सिंह संधवां मंगलवार को पटियाला में बेअदबी के मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेस करने पहुंचे थे।
कल्याण गांव के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के चोरी हुए पवित्र बीड़ के मुद्दे पर अमरिदर सिंह और सुखबीर सिंह बादल पर आप नेताओं ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कल्याण गांव की पवित्र बीड़ सहित 267 स्वरूपों के मामले की निर्धारित समय में जांच हाई कोर्ट की निगरानी में कुंवर विजय प्रताप सिंह वाली विशेष जांच टीम (सिट) के हवाले की जाए। चीमा ने घोषणा की कि 267 पावर स्वरूपों के मामले पर आप संगत को साथ लेकर अमृतसर में धरने लगाएगी और लोगों को जागरूक करेगी कि बेअदबी के मामलों में कैसे अमरिदर सिंह सरकार बादलों को बचा रही है।
चीमा ने कहा कि कल्याण गांव से चोरी हुए प्राचीन बीड़ के मामले में कांग्रेस सरकार उसी तरह रहस्यमयी सुस्ती दिखा रही है, जैसे 2015 में बुर्ज जवाहर सिंह वाला में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप चोरी होने के बाद उस समय की बादल सरकार ने पवित्र स्वरूप ढूंढने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। जिस कारण पंजाब को आज तक इंसाफ नहीं मिला। उल्टा श्री गुरु ग्रंथ साहिब सहित धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी आज तक जारी है। हरपाल सिंह चीमा ने कहा बरगाड़ी बहबलकलां कांड पर इंसाफ की मांग करने वाली संगत को बेकार जनता बताने वाले सुखबीर सिंह बादल किस मुंह से ऐसे ड्रामे कर रहे हैं।
हरपाल सिंह चीमा और कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि संदिग्ध ढंग से गुम हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 267 पवित्र स्वरूपों के मामलों पर सुखबीर सिंह बादल और एसजीपीसी प्रधान गोबिद सिंह लोंगेवाल अपना स्पष्टीकरण दें। स्वरूप चोरी होने पर एसजीपीसी सीधे तौर पर कटहरे में है। जिसकी कमान बादलों के पास है।
इस अवसर पर हरचंद सिंह बरस्ट, नीना मित्तल, डॉ. बलवीर सिंह, एडवोकेट सतबीर सिंह बख्शीवाला, चेतन सिंह जोड़ेमाजरा, तेजिदर मेहता, कुंदन गोगिया मौजूद थे।