री-एसाइनमेंट की फाइल पर आरटीए के फर्जी हस्ताक्षर का मामला आया सामने
पटियाला आरटीए दफ्तर में अफसरों के फर्जी हस्ताक्षर का मामला रुक नहीं रहा।
बलविदरपाल सिंह, पटियाला
आरटीए दफ्तर में अफसरों के फर्जी हस्ताक्षर का मामला रुक नहीं रहा। यहां आरटीए दफ्तर में री-एसाइनमेंट की फाइल पर आरटीए अरविद कुमार के फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आया है। जिसके बाद तुरंत आरटीए ने इस मामले पर पुलिस कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए। इस मामले एक एजेंट की मिलीभगत बताई जा रही है। वहीं, दूसरी ओर फाइल पर जिस क्लर्क के हस्ताक्षर हैं, से भी पूछताछ होगी। जानकारी अनुसार यह मामला दफ्तरी कर्मचारी व एजेंटों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। ये है मामला : जानकारी अनुसार किसी एजेंट ने गाड़ी अपने ग्राहक के नाम करवाने को लेकर री-एसाइनमेंट की फाइल आरटीए दफ्तर में जमा करवाई गई। सूत्र बताते है कि जब फाइल आरटीए के टेबल पर पहुंची, तो किसी दफ्तरी कर्मचारी द्वारा आरटीए को यह सूचना दी गई, कि फाइल पर उनके हस्ताक्षर फर्जी कर रखे हैं। उसके बाद आरटीए अरविद कुमार ने फाइल की जांच करवानी शुरू कर दी। वहीं, दूसरी ओर इस मामले पर कानूनी कार्रवाई करने के मकसद से एक पत्र त्रिपड़ी थाना की पुलिस को भेजा। पुलिस को पत्र भेजकर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए। इससे पहले भी इस तरह के मामले आरटीए दफ्तर में आ चुके हैं।
यह पहला मामला है, जिसमें आरटीए दफ्तर फर्जी हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करने की कार्रवाई की गई हो। उधर त्रिपड़ी थाना की पुलिस ने भी इस मामले पर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पर पुलिस अधिकारियों को फाइल के साथ लगे दस्तावेजों पर लिखे एड्रेस नहीं मिला। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि फाइल में जो दस्तावेज लगाए गए हैं, सभी फर्जी हैं। सवाल यह खड़ा हो रहा है कि किस एजेंट ने आरटीए के फर्जी हस्ताक्षर करने की कार्रवाई को अंजाम दिया। हालांकि चर्चा यह भी है कि जिस एजेंट ने यह काम किया है, जन सहायता केंद्र में बूथ है।
मुझे जानकारी मिली थी कि एक फाइल पर मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर रखे है। इस मामले को लेकर त्रिपड़ी थाना की पुलिस को पत्र भेजकर कार्रवाई करने को कहा गया है। पर हैरानी की बात अब तक इस मामले पर कार्रवाई नहीं हुई। अगर किसी एजेंट या फिर किसी व्यक्ति ने इस काम को अंजाम दिया है, पर कानूनी कार्रवाई करूंगा।
---अरविद कुमार, आरटीए पटियाला 00 बॉक्स
--आरटीए ने पत्र भेजकर संबंधित व्यक्ति पर केस दर्ज करने को कहा है, पर जिस व्यक्ति का एड्रेस है, को तलाश किया जा रहा है। संबंधित व्यक्ति पते पर नहीं मिल रहा। पूरे मामले की पड़ताल करके ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
---ज्ञान सिंह, आईओ