70 रुपये किलो वाला बीज 200 रुपये किलो बेचा, सीबीआइ जांच करे
एग्रीकल्चर ऑफिसर की तरफ से एक फर्म की जांच के दौरान धान का बीज में घोटाले पर संग्राम छिड़ गया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : लुधियाना के एग्रीकल्चर ऑफिसर की तरफ से एक फर्म की जांच के दौरान धान का बीज पीआर 128 और पीआर 129 मिलने के स्कैंडल की जांच सीबीआइ से कराने के लिए शिअद ने वीरवार को राज्यपाल के नाम पटियाला के डीसी को मांग पत्र दिया। अकाली नेताओं ने आरोप लगाया कि कृषि विज्ञान केंद्र में जिस बीज की कीमत 70 रुपये प्रति किलो है उसी बीज को लुधियाना की फर्म दो सौ रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच रही थी। इतना ही नहीं ये बीज केवल कृषि विज्ञान केंद्रों के मार्फत दिए जाने थे।
मांग पत्र देने के बाद अकाली दल के पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने कहा कि पीएयू की तरफ से इन बीजों को सिर्फ कृषि विज्ञान केंद्र से ही दिए जाने के बारे में कह चुकी है लेकिन एक निजी फर्म इस बीज को मोटे मुनाफे में बेच कर किसानों से धोखा कर रही थी। हालांकि पुलिस ने लुधियाना के एग्रीकल्चर ऑफिसर की शिकायत पर मामला तो दर्ज किया है लेकिन आरोपित फरार है।
रखड़ा ने कहा इससे पहले अवैध शराब की फैक्ट्री से घर-घर शराब पहुंचाने का मामला उजागर हो चुका है। नकली शराब की फैक्ट्री पकड़े जाने का मामला गंभीर है फिर भी कांग्रेस नेता आरोपितों को शरण दे रहे हैं। इससे सरकारी खजाने को 5600 करोड़ का नुकसान हुआ। कांग्रेस सरकार ने लॉकडाउन के दौरान रेत माफिया को फायदा देने के लिए 26 करोड़ के राजस्व को कम कर ठेका 4 करोड़ 85 लाख रुपये में दिया। मांग पत्र देने के लिए शहरी प्रधान हरपाल जुनेजा, शुतराणा इंचार्ज वनिदर कौर लुंबा, नाभा इंचार्ज कबीर दास, पूर्व चेयरमैन सुरजीत सिंह अबलोवाल, भाजपा के पंजाब महासचिव गुरतेज ढिल्लों, राजपुरा इंचार्ज हरजीत सिंह ग्रेवाल शामिल थे। किसानों के साथ धोखा : जुनेजा
शिरोमणि अकाली दल के शहरी प्रधान हरपाल जुनेजा ने कहा कि प्राइवेट फर्म की ओर से महंगे दामों पर बीज देना किसानों के साथ धोखा है। इसलिए इस स्कैंडल की जांच सीबीआइ करें। शराब फैक्ट्री मामले में कांग्रेसी शामिल
भाजपा के राजपुरा हलका इंचार्ज हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि राजपुरा में पहले हुक्का पार्टी के बाद कोरोना वायरस फैला उसके बाद अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। शराब फैक्ट्री चलाने के आरोप में पकड़ा गए आरोपित के कांग्रेसियों से संबंध हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई से कतरा रही है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होना चाहिए।