टंकी की सफाई न होने से फैला झिल्ल में डायरिया, एक्सईएन को हटाया
गांव झिल्ल में पीने वाली पानी की टंकी की सफाई न होने के कारण डायरिया के मामले सामने आने पर नगर निगम की वाटर सप्लाई ब्रांच के एक्सईएन पर कार्रवाई की गई है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : गांव झिल्ल में पीने वाली पानी की टंकी की सफाई न होने के कारण डायरिया के मामले सामने आने पर नगर निगम की वाटर सप्लाई ब्रांच के एक्सईएन पर कार्रवाई की गई है। एक्सईएन सुरेश कुमार को हटाकर उनकी जगह दो अन्य एक्सईएन राजिंदर सिंह व कुलजिंदर सिंह को चार्ज दे दिया गया है। इसकी पुष्टि निगम कमिश्नर आदित्य उप्पल ने की। उधर, शुक्रवार को गांव झिल्ल में डायरिया के 30 नए केस आए। इस तरह अब तक इस गांव से डायरिया के कुल 264 केस सामने आ चुके हैं। साथ ही छह मरीजों को सीएचसी त्रिपड़ी में रैफर किया गया है और वह खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। वहीं, गांव झिल्ल में डायरिया के मामले आने के बाद यहां बिशन नगर व सुंदर नगर में सात डायरिया के केस सामने आए। सूचना मिलते ही सेहत विभाग की टीम द्वारा इलाके का सर्वे किया गया और महकमा अधिकारियों द्वारा स्थिति को कंट्रोल में बताया जा रहा है।
शुक्रवार को सिविल सर्जन डा. राजू धीर, एसएमओ डा. रंजना शर्मा, जिला एपिडिमोलोजिस्ट डा. सुमित सिंह व डा. दिव्यजोत सिंह द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया गया। सिविल सर्जन डा. राजू धीर ने बताया कि अब तक 264 मरीज डायरिया से पीड़ित हैं। वीरवार देर शाम तक छह नए मरीज दाखिल किए गए। सिविल सर्जन ने बताया कि गांव झिल्ल की धर्मशाला में स्थित डिस्पेंसरी में मरीजों की जांच अनुसार दवा दी जा रही है और पांच टीमों द्वारा शहीद ऊधम सिंह नगर व कमल कालोनी में लोगों के घर में पंफ्लेट बांटकर जागरूक किया जा रहा है।
उधर, एक्सईएन राजिदर सिंह ने कहा कि निगम द्वारा पटियाला शहरी और पटियाला-2 में पीने वाले पानी के सैंपल लगातार भरे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पानी के 24 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को पीने वाले पानी से संबंधित कोई दिक्कत आती है तो वह तुरंत निगम से संपर्क कर सकता है।
डीसी ने निगम को रोजाना की रिपोर्ट सबमिट करने के दिए निर्देश
गांव झिल में लगातार डायरिया के मामले सामने आने के बाद डीसी साक्षी साहनी ने नगर निगम को रोजाना विभिन्न एरिया में चेकिग की रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि निगम यह भी बताएगा कि रोजाना कितने अवैध पानी के कनेक्शन पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा जिन-जिन जगहों पर निगम द्वारा कार्रवाई की गई है, उसके मौजूदा समय की फोटो भी भेजने के निर्देश दिए। डीसी ने यह भी कहा है कि जिन इलाकों में अवैध पानी के कनेक्शन पर कार्रवाई की गई है, बताया जाए कि वहां से नए कनेक्शन लेने के लिए कितने आवेदन निगम के पास पहुंचे। डीसी द्वारा यह निर्देश निगम के साथ-साथ पंचायत विभाग, वाटर सप्लाई व सैनिटेशन और शिक्षा विभाग को भी जारी किए गए हैं। कुछ समय पहले कुछ लोगों द्वारा अपने घर में गंदा पानी आने संबंधी शिकायत निगम के अधिकारियों को की थी, जिसकी जांच निगम द्वारा की गई। जिन घरों में दूषित पानी के केस मिले, वह ज्यादा प्रभावित नहीं है। उन घरों के सदस्य दूषित पानी से नहीं बल्कि किसी अन्य कारण बीमार हुए है। ज्यादातर घरों में सबमर्सीबल व आरओ लगे हैं, जिसके कारण दूषित पानी संबंधी कोई कारण सामने नहीं आया।
डा. सुमित सिंह जिला एपिडिमोलोजिस्ट।