पिता ने पबजी खेलने से रोका तो घर से भागा किशोर
कर्फ्यू के दौरान घरों में कैद हुए बच्चों को पढ़ाई के साथ मनोरंजन की भी जरूरत है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : कर्फ्यू के दौरान घरों में कैद हुए बच्चों को पढ़ाई के साथ मनोरंजन की भी जरूरत है। यह मनोरंजन वीडियो गेम्स व मोबाइल फोन के गेम्स तक सीमित न रखें बल्कि इस दौरान परिवार के लोग बच्चों का ध्यान भी रखें। नाभा रोड स्थित भरत नगर में रहने वाले 12 साल के किशोर को कर्फ्यू के दौरान घर बैठे पबजी गेम खेलने की ऐसी लत लगी कि पिता ने उसे डांटकर समझाना चाहा तो बच्चा घर से भाग गया। सोमवार को घर से निकला बच्चा मंगलवार दिनभर घर नहीं पहुंचा। लापता बच्चे आर्यन के पिता लाल चंद ने मॉडल टाऊन चौकी पुलिस को शिकायत की है वहीं दूसरी तरफ गोताखोरों ने भाखड़ा नहर में भी तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
पबजी खेलते समय बीमार भी हुआ था आर्यन
लाल चंद ने बताया कि उनके दो बच्चे हैं। आर्यन बड़ा बेटा है जबकि बेटी छोटी है। उनका बेटा पबजी गेम का आदी था। इस वजह से एक बार इसकी गर्दन भी अकड़ गई और गेम खेलते बेहोश हो गया था। इस वजह से उसका डॉक्टर से इलाज भी करवाया था और वह ठीक हो चुका था। कर्फ्यू के दौरान उसे दोबारा से पबजी खेलने की आदत पड़ी और मां का फोन लेकर गेम खेलने लग गया था। सोमवार बाद दोपहर डांटा तो आर्यन गुस्से में घर से निकल गया। इसके बाद वह नहीं लौटा। वहीं परिवार की मदद कर रहे वंदे मातरम दल के सेवादार गुरमुख सिंह ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान हर परिवार घर में बंद है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के साथ उनकी गेम की गतिविधियों पर नजर रखें और बच्चों को ऐसी घटिया गेम से दूर करें जिनसे उनकी सेहत को नुकसान पहुंच रहा है।