श्रीनगर में राष्ट्रीय झंडा फहराने जा रहे शिवसेना कार्यकर्ताओं को रोका
श्रीनगर में तिरंगा फहराने जा रहे शिवसेना समाजवादी के कार्यकर्ताओं के दल को पठानकोट के पास रोक दिया गया। उन्हें माधोपुर नाके से आगे लखनपुर के पास पुलिस ने रोक दिया।
पठानकोट, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फरहाने को लेकर अन्य राज्यों के लोगों में भी काफी उत्साह दिखाई दिया, लेकिन इन सबके बीच वहां राष्ट्रीय तिरंगा फहराने जा रहे लोगों को निराशा भी हाथ लगी। श्रीनगर मेंं स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए जा रहे शिवसेना समाजवादी नामक संगठन के दल को रोक दिया गया। उनको जम्मू-कश्मीर राज्य की सीमा से पुलिस ने लौटा दिया। इसके विरोध में संगठन के सदस्यों ने प्रदर्शन भी किया।
बुधवार को शिवसेना समाजवादी के सदस्यों का एक दल 15 अगस्त को श्री नगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के उद्देश्य से रवाना हुआ। दल के सदस्य हाथों में तिरंगा ध्वज लेकर माधोपुर नाके से आगे लखनपुर के पास पहुंचे तो पुलिस ने रोक दिया। सुरक्षा के लिहाज से संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जम्मू-कश्मीर कें अंदर जाने से राेक दिया गया और पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार से पहले लौटा दिया।
इस बात से गुस्साए संगठन के दल ने प्रदर्शन भी किया। बाद में सुरक्षा कर्मियों के समझाने पर संगठन के पदाधिकारी माने और डीएसपी को तिरंगा सौंपा। शिवसेना समाजवादी के चेयरमैन हनी भारद्वाज, युवा प्रधान विशाल मदान, प्रवक्ता रवि शर्मा, उपप्रधान ओएन शर्मा, नरेंद्र थापा की अगुवाई में 50 से अधिक कार्यकर्ता श्रीनगर जा रहे थे। नारे लगाते पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ रहे थे तो लखनपुर के पास पुलिस ने उनको रोक दिया।
कठुआ के डीएसपी केडी भगत व पुलिस बल ने उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। अधिकारियों ने दल के सदस्यों से कहा कि हालात सामान्य होने के बाद उनको जम्मू-कश्मीर में जाने की इजाजत दे दी जाएगी। इसके बाद संगठन के सदस्यों ने तिरंगा डीएसपी को सौंप दिया और वापस लौट आए। इस अवसर पर अर्चना जैन, हरप्रीत गोल्डी, रा¨जद्र, विशाल, विकास, राजीव, कमल, अजय, जतिन, प्रेम मौजूद रहे। वहीं, दूसरी ओर शिवसेना पंजाब के नेता रोहित, विक्रम, विपिन, विक्की, रघुनाथ, विशाल, अश्वनी, रोहित के दल को भी वापस भेज दिया गया।