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रेजिडेंशियल बता कॉमर्शियल में इस्तेमाल कर रहे थे वाटर कनेक्शन, चार दुकानों पर कार्रवाई

वाटर सप्लाई ब्रांच ने रेजिडेंशियल धारक बन कॉमर्शियल कार्यों के लिए पानी कनेक्शन का इस्तेमाल करने वाले चार धारकों पर कार्रवाई की है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 12:36 AM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 12:36 AM (IST)
रेजिडेंशियल बता कॉमर्शियल में इस्तेमाल कर रहे थे वाटर कनेक्शन, चार दुकानों पर कार्रवाई
रेजिडेंशियल बता कॉमर्शियल में इस्तेमाल कर रहे थे वाटर कनेक्शन, चार दुकानों पर कार्रवाई

जागरण संवाददाता, पठानकोट : निगम की वाटर सप्लाई ब्रांच ने रेजिडेंशियल धारक बन कॉमर्शियल कार्यों के लिए पानी कनेक्शन का इस्तेमाल करने वाले चार धारकों पर कार्रवाई की है। धारकों की पहचान कर उन्हें वीरवार को अपने बिलों का सारा रिकार्ड लेकर आने के लिए कहा है। धारक यदि रेजिडेंशियल बताते हैं तो वह किस हिसाब से इसका कॉमर्शियल कार्यो के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं इस संबंधी जबावदेही मांगी जाएगी। अगर वह रेजिडेंशियल बताते हैं तो उन्हें जब से बिल माफी चल रही है तब से लेकर अब तक पूरा बकाया जुर्माना व पैनल्टी के साथ लिया जाएगा। यदि वह जुर्माना और बकाया देने से मना करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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जानकारी के अनुसार पठानकोट नगर निगम की कुल 2.84 लाख आबादी में से शहर में कुल 1.87 लाख आबादी है। निगम की ओर से अभी तक केवल शहरी आबादी वाले उपभोक्ताओं से ही पानी व सीवरेज बिलों की सीधे तौर पर वसूली कर रहा है। नए जुड़े एरिया में अलग से कैंप लगाकर उपभोक्ताओं से बिलों की वसूली की जा रही है। शहर में कुल 27 हजार उपभोक्ता हैं जिसमें से 15 हजार उपभोक्ताओं को सरकार के नियमों की ओर से छूट मिली हुई। राज्य सरकार की ओर से शहरी आबादी में 5 मरले से कम जगह वाले मकानों को वर्ष 2006 से सीवरेज व पानी बिलों में छूट दे रखी है।

निगम की वाटर सप्लाई एवं सीवरेज विभाग के सूत्रों का कहना है कि दो माह पहले निगम ने जब इलीगल कनेक्शन धारकों की पहचान करने का काम शुरू किया था तो एक व्यक्ति ऐसा पाया गया, जिसने हलफनामे में तो अपना प्लाट पांच मरले बताया था। लेकिन, चेकिग करने पर वह छह मरले पाया गया। इसके बाद उपभोक्ता को जुर्माना किया गया और सिक्योरिटी व जुर्माना भरने के बाद ही उसका दोबारा कनेक्शन शुरू किया गया। सूत्रों का कहना है कि इसी बात को ध्यान में रखते हुए निगम प्रशासन ने सभी छूट पाने वाले धारकों को चेक करने का काम शुरू किया है। सूत्रों का कहना है कि पहले पठानकोट नगर कौंसिल हुआ करता था और स्टाफ भी कम होता था जिस कारण चेक करने का काम फाइलों तक ही सीमित रहता था। अब पठानकोट नगर निगम बन चुका है और स्टाफ भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है ऐसे में चेक करने का काम यकीनी बनाना जरुरी है।

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पिछले सप्ताह पटेल चौक स्थित ट्रस्ट की मार्केट में एक उपभोक्ता से 64 हजार रुपये जुर्माना वसूला था। इसके तहत टीम आज पटेल चौक एरिया में चेकिग कर रही थी। टीम ने चार ऐसे धारकों को पकड़ा है जो रेजिडेंशियल बताकर पानी को कॉमर्शियल कार्यो में इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी चारो धारकों को अपने पुराने बिल साथ लाने के लिए कहा है। कार्यालय स्तर पर भी सारा रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है। आरोपित पाए जाने पर उनसे 2006 से लेकर अब तक बनता पानी बिल जुर्माना व पेनल्टी के साथ वसूला जाएगा।

अश्वनी शर्मा, इंस्पेक्टर वाटर सप्लाई एंड टैक्स ब्रांच


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