आरएसडी में 515.79 मीटर पर पहुंचा जलस्तर, बिजली उत्पादन बढ़ा
पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से रणजीत सागर बांध की झील के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
कमल कृष्ण हैप्पी, जुगियाल
पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से रणजीत सागर बांध की झील के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यह जानकारी रणजीत सागर बांध परियोजना के एसई हेड क्वार्टर सुधीर गुप्ता ने दी। उन्होंने बताया कि रणजीत सागर झील का जलस्तर अभी और बढ़ना बाकी है। उन्होंने कहा कि जल स्तर बढ़ने पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बांध परियोजना सक्षम है। पिछले एक सप्ताह पर नजर दौड़ाई जाए तो 2 फरवरी को रणजीत सागर बांध परियोजना का जल स्तर 514.59 मीटर था और बांध परियोजना की झील में 1948 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और परियोजना द्वारा 318000 यूनिट बिजली उत्पादन कर माधोपुर को 1957 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। 3 फरवरी को रणजीत सागर बांध परियोजना का जल स्तर 514.74 मीटर था और बांध परियोजना की झील में 1948 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और परियोजना द्वारा 497000 यूनिट बिजली उत्पादन कर माधोपुर को 2313 क्यूसिक पानी छोड़ा। 4 फरवरी को रणजीत सागर बांध परियोजना का जल स्तर 515.62 मीटर पर आ गया। बांध परियोजना की झील में 3021 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और परियोजना द्वारा 757000 यूनिट बिजली उत्पादन कर माधोपुर को 1084 क्यूसिक पानी पावर हाउस के जरिए छोड़ा गया। 5 फरवरी को रणजीत सागर बांध परियोजना का जल स्तर 515.73 मीटर आ गया। बांध परियोजना की झील में 3169 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था और परियोजना द्वारा माधोपुर को 1240 क्यूसिक पानी पावर हाउस के जरिए छोड़ कर 761000 यूनिट बिजली का उत्पादन किया। इसी प्रकार 6 फरवरी को रणजीत सागर बांध परियोजना की झील का जल स्तर 515.79 मीटर पर आ गया और बांध परियोजना की झील मे 2907 क्यूसिक बहाव से पानी आ रहा था जब कि बांध परियोजना द्वारा 1007000 यूनिट बिजली उत्पादन के बाद 1417 क्यूसिक पानी माधोपुर को छोड़ा गया। सूचना केंद्रों की रिपोर्ट के अनुसार 6 फरवरी की रात को शाहपुरकंडी में 24 एमएम, आरएसडी मे 26.2 एमएम, पटटी मे 18.0 एमएम, बसोहली में 30 एमएम, सारटी में 21.6 एमएम तथा माधोपुर में 16 एमएम बारिश दर्ज की गई। विशेषज्ञों के अनुसार पानी का स्तर और अधिक बढ़ने की संभावना है। तो वहीं पानी का स्तर बढ़ने से बिजली उत्पादन भी बढ़ेगा और बिजली संकट से निटपने की क्षमता में भी इजाफा होगा।