उज्ज दरिया का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
रविवार को हुई तेज बारिश के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बहते उज्ज दरिया में जल स्तर खतरे के निशान से 20 हजार क्यूसिक ऊपर पहुंच गया है जिससे सीमावर्ती इलाके में बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना बन चुकी है।
संवाद सहयोगी, बमियाल
रविवार को हुई तेज बारिश के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बहते उज्ज दरिया में जल स्तर खतरे के निशान से 20 हजार क्यूसिक ऊपर पहुंच गया है जिससे सीमावर्ती इलाके में बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना बन चुकी है। वहीं ¨चता का विषय यह है कि दरिया में जल स्तर बढ़ने के बावजूद दरिया किनारे बैठे गुज्जर समुदाय के लोगों की ओर से अपने डेरे को नहीं हटाया गया है जिससे प्रशासन को दिक्कत पेश आ सकती है। दरिया की क्षमता से पानी ज्यादा होने पर दरिया किनारे के क्षेत्र में बाढ़ आने की संभावना बढ़ी है।
रविवार को हुई तेज बारिश के बाद पानी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है 1.50 लाख क्यूसिक पानी का स्तर रविवार देर शाम तक दरिया में रिकॉर्ड किया गया है। रविवार देर रात बारिश होने से स्तर और भी बढ़ सकता है। गुज्जर समुदाय के लोगों को प्रशासन द्वारा आगाह करने के बावजूद बरसात के दिनों में भी गुज्जरों द्वारा अपने डेरों को नहीं हटाया गया है जो प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती पैदा कर सकते है। संबंधित विभाग की मानें तो रविवार रात्रि बारिश होने की सूरत में दरिया का जलस्तर और बढ़ सकता है जिससे बाढ़ जैसी स्थिति पनप जाएगी। ऐसे में प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए दरिया किनारे बैठे गुज्जर समुदाय के लोग प्रशासन की नींद हराम कर सकते हैं। एक लाख क्यूसिक से ज्यादा जल स्तर होने पर दरिया से पानी उफान भरता हुआ आसपास के गांवों और खेतों में चला जाता है। इसीलिए संबंधित विभाग द्वारा पहले से ही गुज्जरों के इन डेरों को चेतावनी दी जा चुकी है कि दरिया किनारे से डेरे हटा लिए जाएं। अचानक बाढ़ की स्थिति बनने पर आसपास के क्षेत्रों में डेरों को बचाना मुश्किल हो जाती है। मौसम विभाग की ओर से पहले से ही अलर्ट घोषित किया गया है। संबंधित विभाग के जेई जसवीर ¨सह ने बताया कि खतरे के निशान से पानी ज्यादा होने पर हालात बिगड़ने की संभावना है।