बूथ पर नहीं मिली व्हीलचेयर, दिव्यांग हुए परेशान
चुनाव आयोग की ओर से दिव्यांग सेंटर पर मतदाताओं को व्हीलचेयर से लेकर अन्य व्यवस्थाओं के दावों की आज सुबह उस समय हवा निकल गई जब मतदाताओं को हाथों के बल रेंगते हुए पायलट सीनियर सैकेंडरी स्कूल पठानकोट में बने मतदान केंद्रों तक पहुंचते हुए देखा गया।
संस, पठानकोट : चुनाव आयोग की ओर से दिव्यांग सेंटर पर मतदाताओं को व्हीलचेयर से लेकर अन्य व्यवस्थाओं के दावों की आज सुबह उस समय हवा निकल गई जब मतदाताओं को हाथों के बल रेंगते हुए पायलट सीनियर सैकेंडरी स्कूल पठानकोट में बने मतदान केंद्रों तक पहुंचते हुए देखा गया। यह घटना पठानकोट के मोहल्ला सुंदर नगर स्थित बूथ नम्बर-107,108 तथा 109 पर देखने को मिली। मतदान केंद्र पर अपने मत का प्रयोग करने आए एक बुजुर्ग को उसके परिवार जन बूथ तक तो ले आए पर बाद में उन्हें मतदान करने के लिए केंद्र के अंदर तक जाने के लिए कोई प्रबंध न होने के कारण वह हाथों के बल रेंगते हुए ही मतदान करने पहुंच गया। दैनिक जागरण के प्रतिनिधि ने जैसे ही इस बुजुर्ग का फोटो खींचा तो वहां ड्यूटी पर तैनात स्टाफ के हाथ पांव फूल गए। वह खुद उक्त बुजुर्ग को ड्यूटी पर तैनात विद्यार्थियों के साथ उठाकर बूथ केंद्र तक ले जाते नजर आए। बाद वह अपनी सफाई देते हुए कहने लगे कि व्हीलचेयर की डिमांड तो चुनाव आयोग से की गई थी पर आयोग द्वारा ही इसे नहीं भेजा गया। आखिरकार दोपहर 12 बजे चुनाव आयोग की ओर से इस बूथ पर व्हीलचेयर की व्यवस्था हो पाई।
सरकारी स्तर पर लगाई गई है ड्यूटी, व्हीलचेयर मुहैया करवाने का काम आयोग का
उधर,दिव्यांग मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने के लिए सरकारी स्तर पर तैनात किए गए आटो चालक हरजिद्र सिंह का कहना था कि उन्हें विभाग ने दिव्यांग मतदाताओं को बूथों तक पहुंचाने का काम सौंपा है। रिपोर्टिंग के आधार पर मतदाताओं को बूथों तक पहुंचाना उनकी ड्यूटी है। आगे मतदान करवाने के लिए ले जाना केंद्र में लगे सरकारी अमले का काम है। उनकी ओर से भी माना गया कि मतदान केंद्र में व्हीलचेयर न होने के कारण मतदाताओं को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस तथा भाजपा के बूथ इंचार्जों ने कहा कि व्हीलचेयर न होने के कारण मतदान केंद्रों पर आने वाले दिव्यांग मतदाताओं को परेशानियां हो रही है।
व्हीलचेयर नहीं मिली- बीएलओ
उधर,इस संबंध में जब बीएलओ पवन कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी ओर से चुनाव आयोग से पहले ही व्हीलचेयर की मांग रखी थी परंतु आज दोपहर तक व्हीलचेयर न मिलने के कारण मतदान करने आने वाले दिव्यांग मतदाताओं को अत्यंत परेशानियां झेलनी पड़ी। बीएलओ ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से उनकी अपील के बाद भी इसे अनदेखा किया गया जिस कारण दिव्यांग मतदाता परेशान हुए।