अपरबारी दोआब नहर की मरम्मत नहीं, 15 जगहों से भूमि कटाव
अपरबारी दोआब नहर के चार किलोमीटर लंबे किनारे में 15 जगहों पर भूमि कटाव होने से नहर के किनारे टूटने का अंदेशा बना हुआ है।
संस, घरोटा : अपरबारी दोआब नहर के चार किलोमीटर लंबे किनारे में 15 जगहों पर भूमि कटाव होने से नहर के किनारे टूटने का अंदेशा बना हुआ है। जिससे निकटवर्ती गांवों के लोगों में खौफ व्याप्त है। बता दें कि कई दशकों से क्षेत्र में यूबीडीसी नहर की पर्याप्त मरम्मत न होने से इस नहर की पटड़ी खस्ता हालत में आ चुकी है। जिसके चलते पिछले कुछ वर्षो में तीन बार नहर का किनारा टूट चुका है। ऐसे में लोगों की मांग है कि जल्द फंड की व्यवस्था करके इस नहर की मरम्मत की जाए। ताकि नहर का किनारा टूटने से आसपास के गांवों के लोगों को परेशान होने से बचाया जा सके।
जानकारी के अनुसार भीमपुर-सरना मार्ग से सटी अपरबारी दोआब नहर की लंबे अर्से से मरम्मत न होने से किनारे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। पानी के बहाव के कारण भूमि कटाव बढ़ता ही जा रहा है। नहर के सिल्ट इजेक्टर से लेकर 4 किलोमीटर तक की दूरी पर करीब 15 जगहों पर भूमि कटाव हो चुका है। जिस से नहर की धुस्सी खस्ता हालत में है। किसी भी क्षण नहर में अधिक पानी आने के चलते नहर के किनारे टूटने का अंदेशा बना हुआ है। नहर में हजारों क्यूसिक पानी दिन रात चलता है, अगर नहर का किनारा टूटा तो क्षेत्र के लोगों के लिए यह घातक सिद्ध हो सकता है। बता दें कि इससे पहले भी गुजरात गांव के निकट नहर का नाला टूटने से सैकड़ों एकड़ भूमि में पानी भर आया था। इस प्रकार गांव सिबली और फरीदानगर के निकट भी नहर के किनारे टूटने से काफी नुकसान लोगों को उठाना पड़ा था। उस समय भी यदि क्षेत्र के लोग आगे न आते तो नुकसान ज्यादा हो सकता था। क्षेत्र के जनक राज, बलविद्र चौहान, मदन सलारिया, हिमांशु, सतनाम सिंह, सुदेश ठाकुर, रोहित कुमार, हरजिद्र सिंह, प्रवेश ठाकुर, कैप्टन रविद्र सिंह, जोगिद्र पाल इत्यादि ने मांग कर जल्द समस्या का समाधान हेतु चीफ सेक्रेटरी पंजाब और डिप्टी कमिश्नर पठानकोट से समस्या का समाधान की गुहार लगाई है। वहीं संबंधित विभाग के एसडीओ एसएस कलेर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मामला विभाग के ध्यान में है। जल्द ही समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।
ओवरलोडिड वाहनों से भी हो रहा नुकसान : महाजन
वरूण महाजन ने कहा कि यूबीडीसी नहर के किनारों को सिर्फ पानी के बहाव से ही नहीं बल्कि ओवरलोडिड वाहनों से भी नुकसान हो रहा है। अधिकतर ओवरलोडिड बड़े वाहन इस नहर की धुस्सी से टोल बचाने के चक्कर में गुजरते हैं। इन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। धुस्सी की हालत पहले ही खराब है। वाहनों की आवाजाही से हालात और भी खराब हो गए हैं।
नहर के किनारे को किया जाए मजबूत : अशोक शाहोवालिया
अशोक शाहोवालिया ने मांग करते हुए कहा कि इस नहर की पटरी को चौड़ा और मजबूत किया जाए। जब तक पटरी चौड़ी व मजबूत नहीं होगी तब तक समस्या का हल नहीं होगा। पटड़ी चौड़ी होने से जिला मुख्यालय व जाने वाले दर्जनों गांवो के लोगों को राहत मिलेगी।
जल्द की जाए मरम्मत : राणा राजिद्र सिंह
राणा राजिद्र सिंह ने कहा कि नहर पर जहां भी भूमि कटाव हुआ है वहां पर नहर टूटने का अंदेशा बना हुआ है। विभाग को चाहिए कि वह जल्द मरम्मत करवाए। जिससे भविष्य में कोई हादसा न हो सके और लोगों को जान-माल का नुक्सान न उठाना पड़े।