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शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह के शौर्य, त्याग व बलिदान को किया याद

जम्मू-कश्मीर रेलवे स्टेशन पर हुए फिदायीन हमले को नाकाम कर डेढ़ हजार के करीब तीर्थ यात्रियों के प्राणों को बचाते हुए तीन आंतकियों को मारकर शहादत का जाम पीने वाले अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह का श्रद्धांजलि समारोह मेजर जनरल एसके खजूरिया की अध्यक्षता में उनके अबरोल नगर स्थित निवास स्थान पर आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 06:08 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 06:08 PM (IST)
शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह के शौर्य, त्याग व बलिदान को किया याद
शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह के शौर्य, त्याग व बलिदान को किया याद

संवाद सहयोगी, बमियाल : जम्मू-कश्मीर रेलवे स्टेशन पर हुए फिदायीन हमले को नाकाम कर डेढ़ हजार के करीब तीर्थ यात्रियों के प्राणों को बचाते हुए तीन आंतकियों को मारकर शहादत का जाम पीने वाले अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह का श्रद्धांजलि समारोह मेजर जनरल एसके खजूरिया की अध्यक्षता में उनके अबरोल नगर स्थित निवास स्थान पर आयोजित किया गया। इसमें विधायक अमित विज बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता पुष्पलता, पिता कैप्टन जनमेज सिंह, बहन ज्योत्सना सिंह, बहनोई ठाकुर भूपिंद्र सिंह, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष कर्नल सागर सिंह सलारिया, महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की, शहीद की यूनिट के कमांडिंग अफसर कर्नल जीएस जंवाल, सूबेदार मेजर दलेर सिंह, पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल, कांग्रेस के नेता आशीष विज, कैप्टन जोगिंद्र सिंह, कर्नल पीएस भंदराल, राजपूत सभा अबरोल नगर के महासचिव रविंद्र ठाकुर, पूर्व कारपोरेटर अनीता ठाकुर के पति चरणजीत सिंह हैप्पी विशेष मेहमान के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। विधायक अमित विज ने कहा कि शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह जैसे जांबाज सैनिक देश के सिरमौर हैं। जिनके शौर्य, त्याग व बलिदान के समक्ष समूचा राष्ट्र नतमस्तक है। उन्होंने कहा कि लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह उनके बचपन के मित्र रहे हैं। उन्होंने इकट्ठे शिक्षा ग्रहण की है और उनमें बचपन में ही देश भक्ति व राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था। उनकी देशभक्ति व वीरता को देखकर उन्हें बचपन में ही लगता था कि लेफ्टिनेंट त्रिवेणी एक दिन ऐसा काम कर जाएगा कि सारा देश उस पर गर्व करेगा। हजारों तीर्थ यात्रियों के प्राणों को बचाते हुए अपना बलिदान देकर उसने बचपन की अपनी दिलेरी को सार्थक रूप दे दिया। वह शहीद परिवार की समस्याओं को लेकर शीघ्र ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलकर उनका समाधान करवाएंगे। मेजर जनरल एसके खजूरिया ने कहा कि जब किसी परिवार के जिगर का टुकड़ा राष्ट्र की सुरक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे जाता हैं तो उसके जाने के बाद परिवार पर जो दुखों का पहाड़ टूटता है, उससे उभरने के लिए उन्हें काफी वक्त लगता हैं। पुष्पलता ने कहा कि त्रिवेणी सिंह उनका इकलौता बेटा था। उन्होंने कहा कि बेटे को खोने का गम तो उन्हें काफी है, मगर उसकी शहादत पर काफी गर्व है कि वो देश की सुरक्षा करते हुए अपना बलिदान देकर उन्हें एक शहीद की मां होने का गौरव दे गया। शहीद की यूनिट के कमांडिग अफसर कर्नल जीएस जंवाल ने कहा कि लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह जैसे रणबांकुरे भारतीय सेना के गौरव हैं। परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा कि शहीद लेफ्टिनेंट त्रिवेणी सिंह की एक माह बाद शादी होने वाली थी, घर पर शगुनों के गीत गाए जा रहे थे, मगर उस शूरवीर ने वीरगति को दुल्हन के रूप में गले लगाकर देश को जो नववर्ष का अमूल्य उपहार दिया, उसकी कीमत कोई भी सरकार अदा नही कर सकती।

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परिषद के अध्यक्ष कर्नल सागर सिंह सलारिया ने कहा कि जब भी कोई सैनिक शहीद होता है तो उसकी बहादुरी को देखते हुए सरकार द्वारा दिए गए वीरता पदक जितने पैसे परिवार को देते है, उससे कहीं ज्यादा पैसे उस सैनिक को मिलते है, जो वीरता पदक लेकर आज भी जिदा है। इस अवसर पर मुख्यातिथि विधायक अमित विज द्वारा शहीद के परिजनों सहित 12 अन्य शहीद परिवारों को शॉल भेंट करके सम्मानित किया गया। इस मौके पर कर्नल जीसी सिंह, कर्नल संजीव राणा, परस राम, कुंवर चंद्र सिंह, कैप्टन रछपाल सिंह, हंस राज, जोगिंद्र पहलवान, ठाकुर करनैल सिंह, राजेश कुमार, सतपाल अत्री आदि उपस्थित थे।


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