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दो जिलों को जोड़ते दीनानगर-घरोटा संपर्क मार्ग की हालत दयनीय

दीनानगर से घरोटा को जोड़ने वाला 18 फीट चौड़ा ये संपर्क मार्ग क्षेत्र के दर्जनों गांवों की लाइफ लाइन है। इस रोड पर ट्रैफिक का लोड बहुत ज्यादा रहता है। इस मार्ग से इलाके के विभिन्न हिस्सों के लिए मिट्टी और रेत बजरी के भारी वाहन लगातार गुजरते रहते हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में इस मार्ग से अपनी मंजिल पर पहुंचना बहुत ही कठिन होता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 04:53 AM (IST)Updated: Sat, 28 May 2022 04:53 AM (IST)
दो जिलों को जोड़ते दीनानगर-घरोटा संपर्क मार्ग की हालत दयनीय
दो जिलों को जोड़ते दीनानगर-घरोटा संपर्क मार्ग की हालत दयनीय

संवाद सहयोगी, घरोटा: दो जिलों को जोड़ते दीनानगर-घरोटा संपर्क मार्ग की हालत बेहद दयनीय हो चुकी है। इसके चलते इलाके के 40 गांवों के लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस बदहाल मार्ग की मरम्मत या नवनिर्माण न होने के कारण लोगो में बहुत ज्यादा रोष व्याप्त है।

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इलाका निवासी धीरज सच्चर, पुरुषोत्तम सिंह, बलबीर सिंह, बलबीर सलारिया भवानी, सौरव सच्चर, डाक्टर अनुराग महाजन, रोशन लाल, सतबीर सिंह, किशन चन्द, तरसेम सिंह, अजय कुमार, तरसेम सिंह, धर्मजीत जसरोटिया, नरेश कुमार, रोशन लाल, सुभाष चन्द्र, मनोहर लाल, मंगत राम, बलराम सिंह बबलू, सुनील कुमार, रोहित राजपूत, बोध राज, अजय कुमार ने इसे लेकर रोष व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि मार्ग पर जगह जगह बहुत बड़े गड्ढे पड़ चुके हैं, जो राहगीरों के लिए हादसों का सबब बन रहे हैं। दीनानगर से घरोटा को जोड़ने वाला 18 फीट चौड़ा ये संपर्क मार्ग क्षेत्र के दर्जनों गांवों की लाइफ लाइन है। इस रोड पर ट्रैफिक का लोड बहुत ज्यादा रहता है। इस मार्ग से इलाके के विभिन्न हिस्सों के लिए मिट्टी और रेत बजरी के भारी वाहन लगातार गुजरते रहते हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में इस मार्ग से अपनी मंजिल पर पहुंचना बहुत ही कठिन होता है।

लोगों ने बताया कि इस मार्ग का निर्माण साल 2017 में लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाया गया था, लेकिन कुछ सालों में ही यह मार्ग टूटना शुरू हो गया था। बीते समय लगभग 7-8 महीने पहले विभाग ने पैच वर्क किया था, वो भी टूट चुका है। गांव भवानी से घरोटा मोड़ तक गड्ढों की भरमार है। इलाका निवासियों का कहना है यह कि पिछले काफी समय से वह इस मार्ग की बदहाली का हाल संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं, परंतु अभी तक किसी ने भी इसका संज्ञान नहीं लिया। इलाका निवासियों ने सरकार और प्रशासन से मांग है कि इस बदहाल मार्ग का तुरंत निर्माण अथवा रिपेयर करवा के जनता को इस समस्या से निजात दिलवाई जाए अन्यथा वह सरकार और प्रशासन के खिलाफ संघर्ष करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। एक्सईएन बोले- मंजूरी मिलते ही पैचवर्क करवाएंगे

लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन मनमोहन सारंगल ने कहा कि मामला विभाग के ध्यान में है। मार्ग के पैच वर्क का प्रस्ताव भेजा हुआ है। मंजूरी मिलते ही पैच वर्क करवा दिया जाएगा।

40 गांवों का यातायात प्रभावित:- धीरज सच्चर

धीरज सच्चर ने कहा कि मार्ग की खस्ताहालत होने के कारण 40 गांवों का यातायात प्रभावित है। इससे आवागमन को लेकर लोग परेशान हैं। प्रशासन को इस समस्या का जल्द समाधान करना चाहिए और लोगों को राहत दिलानी चाहिए। दो जिलों को मिलाता है मार्ग: हिमांशु

हिमांशु ने कहा कि उक्त मार्ग दो जिलों को मिलाता है। एक मात्र यह मार्ग होने और इसकी हालत बेहद खराब और जर्जर होने से दीनानगर, गुरदासपुर, घरोटा इलाके को आने वाले लोग परेशान हैं। परमवीर चक्र कैप्टन सलारिया के नाम से जाना जाता है मार्ग: नरेश

नरेश कुमार ने कहा कि यह मार्ग परमवीर चक्र कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया के नाम से जाना जाता है। यदि शहीदों व ऐसे महा पुरुषों के गांवों के जाते मार्ग की यह हालत है तो बाकी का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रशासन को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए। मार्ग की जर्जरता से आए दिन हो रहे हादसे : वरुण

वरुण कुमार महाजन ने कहा कि उक्त मार्ग की जर्जरता से आए दिन राहगीर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। मामूली बरसात में सड़क में पानी से भर जाती है। इससे आवागमन प्रभावित हो जाता है और लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोग लंबे समय से उठा रहे रिपेयर की मांग : कीमती लाल

कीमती लाल ने कहा कि लोग लंबे समय से मार्ग की रिपेयर की मांग कर रहे हैं, ताकि आवागमन में पेश आती समस्या का हल हो सके, लेकिन फिलहाल प्रशासन लोगों की मांग को गंभीरता से नहीं ले रहा और प्रशासन के रवैये से स्पष्ट है कि उसे लोगों की परेशानियों से ज्यादा सरोकार नहीं है।


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