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आतंकियों ने अपने शरीर से बांध रखे थे ग्रेनेड व विस्‍फोटक

आतंकियों ने अपने शरीर से ग्रेनेड व विस्फोटक बांध रखे थे। उनके शवाें को कब्‍जा में लेने के दौरानएक आंतकी के शरीर से बंधा ग्रेनेट फट गया। इससे एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निंरजन इ कुमार शहीद हो गए और चार जवान घायल हो गए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2016 10:56 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2016 01:32 PM (IST)
आतंकियों ने अपने शरीर से बांध रखे थे ग्रेनेड व विस्‍फोटक

जागरण संवाददाता, पठानकोट। एयरफाेर्स पर हमला करने वाले आतंकियों ने आने शरीर से ग्रेनेड व विस्फोटक बांध रखे थे। उनके शवों को कब्ले में लेने के दौरान एक ग्रेनेड में विस्फौट हो गया। इससे एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निंरजन इ कुमार शहीद हो गए और चार अन्य जवान घायल हो गए। दूसरी आेर, एनएसजी ने आतंकी हमले की जांच का काम संभाल लिया है। एयरफोर्स स्टेशन व अासपास के पूरे क्षेत्र में सेना व सुरक्षा बलों का सर्च आपरेशन चल रहा गया है।

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आतंकियों के श्ाव कब्जा लेेने के दौरान एक फटा, एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल शहीद व चार घायल

इसके साथ की आतंकियों के खिलाफ आपरेशन में मारे गए सैनिकों की संख्या सात हो गई है। ग्रेनेड में विस्फोट आतंकियों के शवों को कब्जे में लेने के दौरान हुआ। आतंकियों ने अपने शरीर के साथ ग्रेनेड बांध रखे थे। इसी दौरान एक आंतकी के शव से बंधा ग्रेनेड फट गया।

रविवार सुबह से गोलीबारी नहीं हुई है और सर्च आपरेशन जारी है। पूरे क्षेत्र की निगरानी हैलीकाप्टरों के जरिए की जा रही है। दूसरी ओर, सेना की टुकडि़यां अपने बेस कैंप लौटना शुरू हो गई हैं।

एयरफोर्स स्टेशन से घायलों को ले जाता सेना का एंबुलेंस।

अभी आतंकवादियों के शव कब्जे में नहीं लिए गए हैं और सर्च अभियान जारी। आशंका है कि आतंकवादियों ने भारी मात्रा में विस्फोटक फैला रखे हैं। इधर शहर में तो स्थिति सामान्य हो रही है परंतु बाजार कम ही खुले हैं। एयरफोर्स स्टेशन के सामने के पठानकोट-जम्मू हाईवे पर ट्रैफिक आज भी रोक दिया गया है।

एनआईए के अफसर जांच के लिए मौके पर पहुंच चुके हैं। घायल हुए जवानों का इलाज सेना अस्पताल में चल रहा है। सेना ने मिल्टी अस्प्ताल को आज विजिटर के लिए बंद कर दिया है।

अापरेशन पठानकोट समाप्त हाेने के बाद रविवार को भी पठानकोट एयरफोर्स परिसर और उसके आस-पास का क्षेत्र पुलिस व सेना ने घेरा हुआ है। अभी अतांकवादियों के शवों को कब्जे मेें लेने की प्रक्रिया चल रही है। शवों के साथ ग्रेनेड व अन्य विस्फोटक होने की आश्ांका के मद्देनजर सर्च आपरेशन सावधानी से चलाया जा रहा है। पूरे सर्च आपरेश्ान की सेना के हैलीकाप्टर द्वारा निगरानी की जा रही है। पूरा एरिया सील कर दिया गया है। पुलिस भी अभी बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दे रही है।

एयरफाेर्स स्टेशन के आसपास के पूरे इलाके को सील कर दिया गया ।

सीमावर्ती इलााकों में भी सर्च आपरेशन जोरशोर से चलाया जा रहा है। सेना, सुरक्षा बलों व पंजाब पुलिस के जवान पूरे क्षेत्र काे खंगाल रहे हैं।

अब तक शहीद हुए जवान
1. कैप्टन फतेह सिंह
2. कांस्टेबल गुलवंत सिंह
3. कांस्टेबल जगदीश सिंह
4. कांस्टेबल संजीव कुमार
5. कांस्टेबल गुरेश्वर कपूर
6. कमांडो करतार सिंह
7. लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन इ कुमार

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सुरक्षा एजेंसियों ने कब्जे में लिया एसपी का मोबाइल फोन

केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों द्वारा अपहरण के बाद छोड़े गए एसपी हेडक्वार्टर सलविंदर सिंह व उनके साथियों के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए हैं। जानकारी के अनुसार इन सभी मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की जांच-पड़ताल की जा रही है। घुसपैठ करने वाले आतंकियों की सूचना देने वाले एसपी सलविंदर से हालांकि सुरक्षा एजेंसियां गहनता से पूछताछ कर चुकी हैं परंतु अभी तक सभी जांच एजेंसियां किसी भी अंतिम नतीजे तक नहीं पहुंच पाई हैं।

ग्रामीणों में दहशत

ऑपरेशन के दौरान जब सेना ने हेलीकॉप्टर से ब्रस्ट फायर किए तो गोलियों के खोल गांव अकालगढ़ में भी गिरे। इससे गांव के लोग काफी भयभीत हो गए और दहशत फैल गई। सेना के जवानों द्वारा आतंकियों की ओर फेंके गए हथगोलों का धमाका इतना जबरदस्त था कि गांव अकालगढ़ व बेली महंता में घरों की खिड़कियां, दरवाजे हिलते लगे। कई घरों में बरतन अंगीठी से नीचे गिर गए।

कई एंगल से की जा रही जांच

यूं तो हमला करने वाले पाक प्रशिक्षित आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन बताए जा रहे हैं परंतु सुरक्षा एजेंसियां यह बात अभी तक दावे से नहीं कह रही हैं। माना जा रहा है कि लश्कर के फिदायीन की आशंका को भी पूरी तरह खारिज नहीं किया जा रहा है और कई एंगल से जांच की जा रही है। यही कारण है कि सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल हमलावरों को किसी एक आतंकी संगठन से जोड़ कर देखने की स्थिति में नहीं हैं।

जांच के लिए पहुंचे एनआइए अधिकारी।

मुख्यमंत्री को नहीं दी एयरपोर्ट में जाने की इजाजत

पठानकोट पहुंचे मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल एयरफोर्स स्टेशन जाकर वहां का जायजा लेना चाहते थे, लेकिन एयरफोर्स अधिकारियों ने इसकी इजाजत नहीं दी। आतंकवादियों द्वारा वीरवार रात मारे गए इकागर सिंह के गांव भगवाल जाकर बादल ने इकागर के परिवार से मुलाकात की।
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इन सवालों के जवाब अभी बाकी हैं

-आतंकवादियों ने एसपी सलविंदर सिंह को अगवा तो किया परंतु उन्हें जानी नुकसान नहीं पहुंचाया, जबकि उनके दो साथियों को घायल कर दिया।
-आतंकवादियों ने भगवान गांव निवासी इकागर सिंह को अगवा कर गाड़ी कब्जे में लेने के बाद उसकी हत्या कर दी लेकिन बाकी अपहृत तीन की जान नहीं ली।

-पठानकोट में पहले से रेड अलर्ट था लेकिन एसपी की गाड़ी को 25 किमी रास्ता तय करने के बावजूद किसी भी सुरक्षा दस्ते ने नहीं रोका, जबकि गाड़ी में पांच आतंकियों समेत कुल आठ लोग बैठे थे।

-आतंकवादियों के घुसने की सूचना पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चौबीस घंटे पहले मिल चुकी थी परंतु फिर भी ऐसी रणनीति नहीं बनाई जा सकी कि चप्पा-चप्पा छान लिया जाए।

सर्विलांस टॉवर से दिखे घुसपैठ करते आतंकी

रक्षा मंत्रालय के चंडीगढ़ स्थिति कार्यालय के प्रवक्ता प्रवीण शर्मा ने पठानकोट आतंकी हमले के संबंध में पश्चिमी कमान के हवाले कहा है कि खुफिया एजेंसिंयों की सूचना के चलते वायुसेना ने हमले की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के सुरक्षा के इंतजामात किए थे।

आतंकियों के दाखिल होने की प्रक्रिया के साथ ही एरियल सर्विलांस प्लेटफार्मों से इसकी सूचना मिल गई थी। सभी सुरक्षा एजेंसियों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आतंकियों को बढऩे नहीं दिया और एक दायरे तक ही सीमित रखा। उन्हें टेक्निकल जोन से दूर रखा जहां कि वायुसेना के लड़ाकू विमान पार्क थे।


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