पंजीकरण कराने में फूला ऑटो चालकों का दम
जिला प्रशासन तथा पुलिस ने बाहरी क्षेत्रों से आकर पठानकोट की सड़कों पर दौड़ने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ की गई सख्ती से फिलहाल शहर के ऑटो चालक उभर नहीं पा रहे हैं।
राज चौधरी, पठानकोट : जिला प्रशासन तथा पुलिस ने बाहरी क्षेत्रों से आकर पठानकोट की सड़कों पर दौड़ने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ की गई सख्ती से फिलहाल शहर के ऑटो चालक उभर नहीं पा रहे हैं। भले ही पुलिस प्रशासन की सख्ती के बाद बाहरी क्षेत्रों से आकर पठानकोट में चलने वाले ऑटो पर अब काफी हद तक नकेल कसी जा चुकी हो परंतु शहरी ऑटो चालकों के कागजात भी पूरा न होने के कारण वह इस सख्ती में बुरी तरह से पिस रहे हैं। ऑटो चालकों ने कहा कि एक तो सरकार की ओर से वाहनों के परमिट, पासिग फीस से लेकर रोड टेक्स में दोगुणा से अधिक बढ़ोतरी कर दी है वहीं उपर से प्रशासन की ओर से बार-बार आश्वासन देने के बाद भी ऑटो चालकों को राहत देने के लिए कोई कोई सेमिनार नहीं लगाया जा रहा जिसमें वह अपने कागजात तैयार करवा सके। आरटीए कार्यालय में कागजात पूरा करने के लिए वह जाते है तो उन्हें 50 हजार रुपये से लेकर 80 हजार रुपये तक के जुर्माना बताए जा रहे हैं। इससे प्रतीत होता है कि शहर का शायद ही कोई ऑटो चालक अपने कागजात पूरा करवा कर आटो रजिस्टर्ड करवा सके। दो दिन पहले खरीदा था ऑटो, सात हजार रुपये जुर्माना ठोका
आटो चालक गुरप्रीत ने बताया कि उसने दो दिन पहले ही ऑटो खरीदा था। वह प्रशासन के दिशा निर्देशों पर कागजात बनवाने गया था परंतु विभाग की ओर से उसे सात हजार रुपये जुर्माना ठोक दिया गया। गुरप्रीत के अनुसार उसने अपने रिश्तेदारों से पैसा उधार लेकर एवं लोन लेकर रोजगार शुरू करने का मन बनाया था। बच्चों को रोटी खिलाऊं या जुर्माना दूं
ऑटो चालक राजेश कुमार तथा सतीश कुमार ने बताया कि बच्चों कागजात पूरा न होने के कारण उन्हें विभाग की ओर से पांच-पांच हजार रुपये जुर्माना किया गया है। 15 जनवरी अंतिम तारीख थी जुर्माना जमा करवाने की। अब पैसे नहीं है तो समझ नहीं आ रहा कि कहां से जुर्माना दूं। या तो बच्चों को रोटी देना बंद कर दू। दिन में तीन सौ रुपये से लेकर चार सौ कमा लेता हैं। इसी में परिवार का गुजारा चलता है। अब इतना भारी-भरकम टेक्स कौन भरेगा। 6500 रुपये वसूली जा रही पासिग फीस
ऑटो चालक राज कुमार ने कहा कि सरकार ने पासिग फीस 2500 रुपये से बढाकर 6500 रुपये कर दी है। इसके साथ ही जिन आटो चालकों की ओर से समय रहते कागजात पूरे नहीं किए गए उन्हें प्रतिदिन 50 रुपये पासिग फीस तथा परमिट के प्रतिदिन 10 रुपये अलग से चुकाने पड़ रहे हैं। ये जुर्माना भी आटो चालकों को विगत पांच से सात सालों के डाले जा रहे हैं जोकि अब बढ़ कर 50 हजार रुपये से लेकर 80 हजार रुपये तक हो चुके हैं। यदि पैसे होते तो वह अपने जर्जर हालत आटो को रिपेयर न करवाते जोकि उनके परिवारों को रोटी दे रहे हैं।
सरकार की शर्तों को हर हाल में करना होगा पूरा- आरटीए बलदेव रंधावा
आरटीए बलदेव रंधावा ने कहा कि सरकार की ओर से जो शर्ते रखी गई है। उसे हर हाल में प्रत्येक वाहन चालक को पूरा करना होगा। सारी प्रक्रिया आनलाइन है। यदि इसमें पूराने जुर्माना शो हो रहे हैं तो उसे हर हाल में देना ही होगा।