सन्नी चतरथ ने मिस्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीता ब्राउंज
पठानकोट के साइकिल व्यापारी सन्नी चतरथ ने एनबीबीयूआइ (नेच्यूरल बॉडी बि¨ल्डग यूनियन इंटरनेशनल इंटली) की ओर से दिल्ली में करवाई गई मिस्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्राउंज मेडल जीत शहर का नाम रोशन किया है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट
पठानकोट के साइकिल व्यापारी सन्नी चतरथ ने एनबीबीयूआइ (नेच्यूरल बॉडी बि¨ल्डग यूनियन इंटरनेशनल इंटली) की ओर से दिल्ली में करवाई गई मिस्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्राउंज मेडल जीत शहर का नाम रोशन किया है। प्रतियोगिता में सन्नी को ऑल ओवर इंडिया बेस्ट एथलीट खिताब से भी नवाजा गया। इससे पहले सन्नी 7 बार मिस्टर पंजाब और 3 बार मिस्टर इंडिया का खिताब जीत चुके हैं। सन्नी चतरथ के कोच विनोद ने बताया कि देश में पहली बार मिस्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप हुई, इटली बेस्ड संस्था द्वारा करवाया कंपीटिशन इसलिए टफ था क्योंकि इसमें श्रीलंका, नाइजीरिया, अफगानिस्तान, इटली और जर्मनी के अलावा 15 देशों के बॉडी बिल्डर भी हिस्सा लेने पहुंचे थे। सन्नी ने 55-60 किग्रा. भार वर्ग में चैंपियनशिप जीती। उन्होंने बताया कि
23 साल की उम्र में पहला कंपटीशन म्यानी में लड़ा, जहां तीसरा स्थान आया पर हौसला बुलंद हो गया। उसके बाद 4 महीने किसी अन्य आयोजक द्वारा करवाए मिस्टर पंजाब में गोल्ड मिला और लगातार 7 कंपीटिशन जीते। इसी दौरान मिस्टर इंडिया में खेला और जीत गया। हर मेडल का श्रेय मैं अपने उस्ताद विनोद को ही देता हूं।
सुबह-शाम 2-2 घंटे की जी-तोड़ प्रैक्टिस के बाद पाया मुकाम
सन्नी इस समय शहर के मॉडल टाउन में अपने मामा शिव सरना के पास रह रहे हैं। 4 साल में सन्नी ने मिस्टर पंजाब, मिस्टर इंडिया, मिस्टर इंडिया फिजिक, मिस्टर इंडिया फिटनेस मॉडल के टैग जीते। हाल ही में दिल्ली के कालका में हुई मिस्टर इंडिया फिजिक एंड बॉडी बि¨ल्डग प्रतियोगिता में भी सिल्वर मेडल हासिल कर पठानकोट का नाम रोशन किया। पठानकोट में ही पले-बढ़े सन्नी चतरथ बताते हैं कि रोजाना सुबह और शाम 2-2 घंटे की जी-तोड़ प्रैक्टिस के बाद यह मुकाम पाया है। अब अपना वर्कआउट टाइम बढ़ाया है ताकि मिस्टर वर्ल्ड खिताब के लिए खुद को तैयार कर सकूं।
युवाओं से अपील-नशे से दूर रहकर खेल को बनाओ जीवन का हिस्सा
सन्नी का कहना है कि बच्चे अगर किसी गेम या स्पोर्ट में जाना चाहें तो पेरेंट्स उन्हें मोटिवेट करें। किसी को आगे बढ़ाने के लिए मोटिवेट करना बहुत जरूरी है। साथ ही युवाओं से अपील करते हैं कि नशे से दूर रह किसी गेम में हिस्सा बनें। नशे से जीवन ही बर्बाद होता है, जबकि खेल आपका जीवन संवारता है। मेहनत के बल पर कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।