निष्काम भाव से करें गुरु की सेवा : स्वामी दिनेशानंद
श्री अद्वैत स्वरूप संन्यास आश्रम खदावर में सक्रांति पर कार्यक्रम का आयोजन स्वामी दिनेशानंद पुरी महाराज की अध्यक्षता में किया गया।
संवाद सहयोगी, सुजानपुर
श्री अद्वैत स्वरूप संन्यास आश्रम खदावर में सक्रांति पर कार्यक्रम का आयोजन स्वामी दिनेशानंद पुरी महाराज की अध्यक्षता में किया गया। इस मौके पर इस सुबह सुंदरकांड का पाठ करवाया गया। इसके बाद महिला मंडली की ओर से संकीर्तन किया गया। स्वामी दिनेशानंद पुरी ने सक्रांति के धार्मिक महत्व के बारे में संगत को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति निष्काम भाव से गुरु घर की सेवा करता है ईश्वर उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करता है। हमें गुरु के बताए मार्ग पर चलना चाहिए अपने शास्त्रों पर पूर्ण विश्वास करना चाहिए। शास्त्रों में लिखी बातों को अपने दिल में धारण करना चाहिए गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए इससे अंत करण शुद्ध होता है तथा मन में दया का भाव उत्पन्न होता है। नाम सिमरन मात्र से ही प्राणियों के पापों का नाश हो जाता है तथा जीवन में आनंद आ जाता है। इस मौके पर स्वामी देवानंद महाराज, स्वामी जय चैतन्य महाराज, बाई आत्मा संतोष आनंद, नी बाई ठाकुर रसाल सिंह, मास्टर ओम प्रकाश, मनदीप सिंह, जितेंद्र सिंह, भूपिदर सिंह, चेतराम, तरसेम कुमार, हरी सिंह, देवराज, आशा रानी, पूनम, दर्शना, रमेश कुमार, सोमा देवी और अन्य उपस्थित थे।