निष्काम कर्म से योग्यता में आता है निखार : अशोक
फल की लालसा से किया कर्म कर्तव्य की योग्यताओं को नष्ट करता है। यह बात कथाकार अशोक शास्त्री महाराज ने व्यक्त की।
संवाद सहयोगी, घरोटा : फल की लालसा से किया कर्म कर्तव्य की योग्यताओं को नष्ट करता है। यह बात कथाकार अशोक शास्त्री महाराज ने व्यक्त की। वह गांव ¨सबली में श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।
अशोक शास्त्री महाराज ने कहा कि निष्काम भाव से कर्म करते हैं तो मनुष्य की योग्यताएं निखरती हैं। इससे हदय के दोष दूर होते हैं। वहीं भीतर से सुख छलकने के अतिरिक्त बुद्धि व शारीरिक विकास होता है। उन्होंने गीता जयंती के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने श्री राम जन्म भूमि आंदोलन का समर्थन करते क्षेत्र के लोगों को संगठित होकर इसका साथ देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब इस मुद्दे पर इंतजार नहीं किया जा सकता। सरकार जल्द मंदिर निर्माण में आ रही रुकावटें दूर कर भव्य मंदिर का निर्माण करे। अशोक शास्त्री महाराज ने भक्ति, श्रद्धा व स्वाध्याय करने का आह्वान करते हुए श्रद्धालुओं को अपने गौरवमई अतीत व मूल से जुड़ने को कहा। इससे पहले मधुर हरि नाम संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय हो गया। इस मौके पर चक्की दरिया के साथ सटे गांवो के भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।