दूसरा बेटा भी कर दूंगा वतन पर कुर्बान : सतपाल
शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल में सीआरपीएफ की 114 बटालियन ने पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिदर सिंह को समर्पित एक श्रद्धांजलि समारोह डायरेक्टर गंधर्व राज महाजन की अध्यक्षता में मनाया।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल में सीआरपीएफ की 114 बटालियन ने पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिदर सिंह को समर्पित एक श्रद्धांजलि समारोह डायरेक्टर गंधर्व राज महाजन की अध्यक्षता में मनाया। इस दौरान शहीद मनिदर सिंह के पिता सतपाल अत्री बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा सीआरपीएफ की 114 बटालियन के कमांडेंट राजेश कुमार सिंह, डिप्टी कमांडेंट जेएल बग्गा, शहीद की बहन शबनम व भाई लखवीश सिंह, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविदर सिंह विक्की, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान सृष्टिपाल महाजन, अनिल गुप्ता, व्यापार मंडल पठानकोट के प्रधान चाचा वेद प्रकाश, संदीप अग्रवाल, डा. अमन कश्यप आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किये।
सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने ज्योति प्रज्जवलित कर व सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों ने शहीद के चित्र के समक्ष सेल्यूट करते हुए समारोह का आगाज किया। समारोह को संबोधित करते हुए शहीद मनिदर के पिता सतपाल अत्री ने नम आंखों से कहा कि उन्हें बेटे के जाने का दुख तो बहुत है, वो मेरे बुढ़ापे का सहारा था, मगर उसकी शहादत पर मुझे गर्व भी है कि मेरा बेटा देश के काम आया, उसकी शहादत ने मेरे कद को ऊंचा कर मुझे शहीद परिवार का गौरव दिया है। दुश्मन के नापाक इरादे भी सीमा प्रहरियों व शहीद परिवारों के हौसलों को परास्त नहीं कर सकते, मगर वक्त आया तो वह अपना दूसरा बेटा जोकि सीआरपीएफ की 152 बटालियन में तैनात है, उसे भी राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान कर दूंगा।
स्कूल के डायरेक्टर गंधर्व राज महाजन ने आए मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सीआरपीएफ का गौरवशाली इतिहास शौर्य व बलिदानों से भरा पड़ा है। मनिदर को समर्पित यह समारोह इस स्कूल में इसलिए मनाया गया है कि उसने पांचवीं तक की शिक्षा इसी स्कूल से ग्रहण की थी। इस अवसर पर उन्होंने शहीद मनिदर के परिजनों को 84 हजार रुपए की राशि का चेक व स्मृतिचिन्ह भेंट व शहीद मनिदर की अध्यापक रही रेनू महाजन को भी स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जबकि, परिषद के महासचिव कुंवर रविदर विक्की ने कहा कि जहां शहीदों को याद किया जाता है, वो स्थान तीर्थ स्थान तुल्य बन जाते है और शहीद परिजनों के चरणों की धूलि से तिलक करने पर इंसान को सौ कुंभ नहाने का फल मिलता है। इस मौके पर प्रिंसिपल रमा शमर, एसआइ जसविदर कौर, एसआइ आशा रानी व जगीर सिंह, रेनू शमर, आशू महाजन, भारती व संतोष शर्मा आदि उपस्थित थे।