विधायक का आवास घेरने जा रहे फार्मासिस्टों को पुलिस ने रोका, फूंका पुतला
नियमित करने की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत फार्मासिस्टों ने वीरवार को जमकर नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : नियमित करने की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत फार्मासिस्टों ने वीरवार को जमकर नारेबाजी की। हालांकि विधायक अमित विज के आवास को घेरने की मंशा पूरी नहीं हो सकी। तय कार्यक्रम के मुताबिक फार्मासिस्ट विधायक की आवास की तरफ बढ़े, लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने रोक लिया। गुस्साए फार्मासिस्टों ने पंचायत मंत्री तृप्त राजिदर बाजवा का पुतला फूंक कर रोष जताया। रूरल फार्मेसी अफसर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने सरकारी नीतियों की आलोचना की। जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि सरकार के पास उनकी बात सुनने के लिए भी समय नहीं है। इससे पता चलता है कि सरकार कोरोना महामारी के बारे में बिलकुल भी गंभीर नहीं है। अब शनिवार को पंजाब को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा। एसोसिएशन के राज्य स्तर के फैसले के अनुसार फार्मासिस्ट और रैंक चार के कर्मी हड़ताल के अंत तक ड्यूटी पर नहीं जाएंगे, जब तक उन्हें लिखित में सूचित नहीं किया जाता है। अनुबंध आधारित नौकरी की सुरक्षा इस महामारी में नाममात्र के वेतन पर फ्रंट लाइन पर सेवारत फार्मासिस्टों और फार्मासिस्टों के जीवन को खतरे में डालकर लड़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकारें पिछले 14 साल से कोई समाधान नहीं निकाल रही हैं। जैसा कि कोई सुनवाई नहीं थी, फार्मासिस्ट और रैंक चार को संघर्ष के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर किया गया था, संघर्ष को तेज करने और सभी कैबिनेट मंत्रियों के निर्वाचन क्षेत्रों में काले झंडे के साथ मार्च किया जाएगा। इस अवसर पर राजेश कुमार, सरबजीत कौर, इकबाल, रामपाल, मीनू, ममता नरोट, पलवी, सुरजीत, शिवदयाल, अजीत, तिलक, रेनू, पवन, ज्योति, अमरीक, राजीव, सुखजीवन, कश्मीर, मुकेश जोशी आदि उपस्थित थे।