एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए फ्लाईओवर पर लगाई लोहे की चादरें
पठानकोट एयरबेस पर तीन साल पहले हुए आतंकी हमले के बाद एयरबेस की सुरक्षा को और पुख्ता करते हुए ढाकी फ्लाईओवर पर लोहे की चादरें लगाई गई है।
संस, पठानकोट : पठानकोट एयरबेस पर तीन साल पहले हुए आतंकी हमले के बाद एयरबेस की सुरक्षा को और पुख्ता करते हुए ढाकी फ्लाईओवर पर लोहे की चादरें लगाई गई है। जालंधर- जम्मू बाईपास पर स्थित यह फ्लाईओवर एयरबेस स्टेशन के एंट्री गेट के बिल्कुल सामने है और इसके ऊपर से एयरबेस स्टेशन साफ दिखाई देता है। एनएच ने लोहे की चादरें लगाने का काम लगभग पूरा कर लिया है। फ्लाईओवर से एयरफोर्स स्टेशन की हर गतिविधि नजर आती है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालक व अन्य लोग अकसर एयरबेस स्टेशन की तरफ देखते रहते हैं इसी को ध्यान में रखते हुए फ्लाईओवर के किनारे पर एयरबेस स्टेशन की तरफ लोहे की दीवार से ढंक दिया गया है। इससे अब कोई भी एयरबेस की रेकी नहीं कर सकेगा। यह लोहे की दीवार इतनी ऊंची रखी गई है कि फ्लाईओवर से गुजरने वाले लोग एयरबेस का कोई भी हिस्सा नहीं देख सकेंगे।
सुरक्षा को लेकर सतर्कता
इससे पहले एयरबेस पर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद इसके पीछे वाली दीवार के साथ लगते सैंकड़ों पेड़ कटवा दिए गए थे। जिससे कि कोई पेड़ों की आड़ में छुपकर घुसपैठ न कर सके। बता दें कि पठानकोट एयरबेस स्टेशन पर 2 जनवरी 2016 को सुबह 3:05 बजे आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के छह आतंकियों ने घुसपैठ कर हमला कर दिया था। लगभग 65 घंटे चले इस ऑपरेशन में देश के 7 जवान शहीद हुए और 20 के करीब जवान घायल हुए थे। इन आतंकियों के पास भारी मात्रा में गोलियां व विस्फोटक सामग्री मिली थी। इस आतंकी हमले के बाद पंजाब व हिमाचल-प्रदेश की पुलिस रात के समय एयरबेस की सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए पेट्रोलिग करती रहती है ताकि फिर से कोई एयरबेस कर सुरक्षा में सेंध न लगा सके। अब इसी के चलते फ्लाईओवर के सामने लोहे की दीवार लगाई गई है।
सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया कदम : डीसी
डीसी रामवीर ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। ऐसे मामलों में सतर्कता और आमजन का सहयोग जरूरी है।