तीन चौक तक रहा बंद का असर, बाकी बेअसर
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ भारत बंद की कॉल के बावजूद जिले में इसका कोई असर दिखने को नहीं मिला।
संस, पठानकोट : एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ भारत बंद की कॉल के बावजूद जिले में इसका कोई असर दिखने को नहीं मिला। पुलिस प्रशासन ने पहले से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर रखी थी। सुबह 9 से लेकर दोपहर 12 बजे तक चले इस प्रदर्शन में 12 से अधिक संगठनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। श्री ब्राह्मण सभा के नेतृत्व में लोगों ने पोस्ट आफिस चौक में शांति पूर्वक प्रदर्शन किये जाने के बाद जैसे ही बीडीपीओ कंवलजीत कौर मांग पत्र लेने पहुंचीं तो प्रदर्शनकारी भड़क उठे। उनकी ओर से इस बात का कड़ा संज्ञान लेते हुये कहा गया कि वह तहसीलदार पद से किसी भी छोटे रैंक के पदाधिकारी को मांग पत्र नहीं सौपेंगे।
इसके बाद वह सलारिया चौक की ओर कूच कर गये। चौक के बीचों-बीच बैठ कर सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली गई। साथ ही साथ शहर के चारों तरफ से आने वाले वाहनों को भी रोका। इससे लगभग 45 मिनट तक वाहन चालक जाम में फंसे रहे। सुबह करीब ग्यारह बजे तहसीलदार परमप्रीत ¨सह गोराया सलारिया चौक में पहुंचे। संगठनों की ओर से उन्हें मांग पत्र सौंपा गया । तहसीलदार परमप्रीत ¨सह गोराया ने कहा कि वह यह ज्ञापन सरकार को भेजेंगे। इन तीन चौकों को छोड़ कर शेष सारे जिले में बंद बेअसर रहा।
इन संस्थाओं ने किया प्रदर्शन
व्यापार मंडल, महाजन युवा ¨वग, ब्राहमण सभा, खत्री सभा, सैनी सभा, महाजन सभा, कश्यप राजपूत सभा, शिवसेना पंजाब, विश्वकर्मा सभा, सराफा संघ इत्यादि संस्थाओं के लोगों ने प्रदर्शन किया।
ये अधिकारी रहे मौके पर मौजूद
ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के अलावा भी कई अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गईं थी जिसमें एसएसपी विवेकशील सोनी को कानून व शांति व्यवस्था को कायम रखने की जिम्मेदारी, नगर निगम कमिश्नर को फायर ब्रिगेड के वाहन किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार रखने, रोडवेज डिपो के जनरल मैनेजर को रिकवरी वैनों और सिविल सर्जन को एंबुलेंस एंव मेडिकल टीम पुलिस विभाग को सौंपने के साथ-साथ अपने पास भी तैयार रखने के निर्देश दिए गए थे।
95 प्रतिशत अंक लेने वाला जीरो और 20 फीसद वाला हीरो कैसे : अश्वनी शर्मा
ब्राहमण सभा के प्रधान राज कुमार शर्मा, अश्विनी शर्मा, यापार मंडल के एसएस बावा, व्यापार मंडल के भारत महाजन, सुनील महाजन, प्रधान चाचा वेद प्रकाश, शिव सेना नेता सतीश महाजन ने इस दौरान आरक्षण के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया। अश्विनी शर्मा ने कहा कि बेहद आश्चर्य की बात है कि 95 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाला जीरो और 20 प्रतिशत अंक लेना वाला हीरो है। अश्वनी शर्मा ने कहा कि आज तो मात्र संके¨तक हड़ताल थी। इसके बाद भी यदि एक्ट में संशोधन नहीं हुआ तो क्षेत्र भर में वह अन्य संगठनों को भी साथ लेकर प्रदर्शन करने पर विवश होंगे।