गुरु से ही मिल सकता है ब्रह्म ज्ञान : महात्मा
पठानकोट निरंकारी सत्संग भवन में ब्रांच के संयोजक महात्मा मनोहर लाल शर्मा की अध्यक्षता में सत्संग आयोजित हुआ।
संवाद सहयोगी, पठानकोट
पठानकोट निरंकारी सत्संग भवन में ब्रांच के संयोजक महात्मा मनोहर लाल शर्मा की अध्यक्षता में सत्संग आयोजित हुआ। इस दौरान महात्मा आरके शर्मा ने जहां आशीर्वाद दिया वहीं गुरु की महिमा सुनाकर गुरु ही भगवान होता है प्रति प्रेरित किया। उन्होंने अपने प्रवचनों में समूह संगत को हाल ही में संपन्न हुए 71वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम बधाई दी और समागम दौरान सतगुरु माता सुदीक्षा जी द्वारा प्रस्तुत किए प्रवचनों को दोहराया। उन्होंने कहा कि सत्संग कोई रस्म नहीं बल्कि ये एक ज्ञानी संतजनों का अद्वितीय मिलन है। जब वे अपने निजी आध्यात्मिक अनुभव से बोलते हैं तो उनके हर शब्द से हमें प्रेरणा प्राप्त होती है। इसलिए हमें उन्हें बड़े ध्यान से सुनना चाहिए। हम जब भी सत्संग में शामिल होते हैं तो हमें पूरी मर्यादा और अनुशासन का पालन करना चाहिए। माता जी ने मानवीय मूल्यों के महत्व पर बल देकर कहा कि इनका प्रयोग एकत्व के पुल बनाने में हो न कि मानव को मानव से दूर करने के लिए दीवारें बनाने में और यह ब्रह्मज्ञान प्राप्त करने से ही संभव है। यही नहीं माता जी ने प्रेरित किया कि ज्ञान की रोशनी से नफरत प्यार में बदल जाती है और यह तभी संभव होता है जब हमें एक निरंकार प्रभु परमात्मा की जानकारी हासिल हो जाती है। इस मौके पर क्षेत्रीय संचालक महात्मा सूरज मोहन कालड़ा, संचालक महात्मा हरबंस ¨सह, शिक्षक महात्मा उत्तम चंद और अन्य मौजूद थे।