बिजली कट से सिविल अस्पताल के मरीज परेशान, नहीं हुए ऑपरेशन
सिविल अस्पताल में बिजली का लंबा कट मरीजों व स्टाफ के लिए दिन-रात आफत बना रहा।
संस, पठानकोट : सिविल अस्पताल में बिजली का लंबा कट मरीजों व स्टाफ के लिए दिन-रात आफत बना रहा। बिजली कट के कारण न केवल अस्पताल विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीज पसीने से तरबतर हुए, बल्कि इमरजेंसी व ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीज परेशान हुए। यही नहीं बिजली के कटों के कारण आपरेशन करवाने वाले मरीज तथा एक्सरे, अल्ट्रासाउंड करवाने वाले कई मरीज बिना इलाज वापस लौटे। बंद बिजली के कारण इस प्रमुख अस्पताल में बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी मरीजों को खलती रही। बावजूद इसके बेबस सेहत प्रबंधन खुद भी इस समस्या से हाल बेहाल दिखा। मरीजों को भीषण गर्मी से बचने के लिए अपने स्तर पर हवा का प्रबंध खुद की पंखियों, गत्तों, कपड़ों से करना पड़ा। स्थिति यह बन गई कि जेनरेटर भी काम करना छोड़ गया। यही हाल अस्पताल के डाक्टरों का भी दिखा, अस्पताल में पसरे अंधेरे में उन्हें मरीजों का चेकअप करने में मुश्किल पेश आई। रात की गुल बिजली बुधवार देर सायं तक नहीं आई।
बिजली न आने से परेशानी, मरीजों की जुबानी
सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती पीलिया व शूगर से पीड़ित राज कुमारी निवासी वार्ड नम्बर एक सुजानपुर के सहयोगियों ने बताया कि बीती रात को आंधी आने के बाद से अब तक बिजली बंद है। उनके मरीज को सांस लेने में परेशानी के अतिरिक्त घबराहट हो रही है। एमरजेंसी स्टाफ को उक्त समस्या बताने के बावजूद परेशानी बरकरार है। इसी प्रकार बिगड़े टाइफाईड व धड़कन से पीड़ित वीना देवी निवासी गांव पंडोरी महंता के परिजनों ने बताया कि जब से बिजली बंद है तब से उनका मरीज और अधिक अस्वस्थ हो गया है। रात के बाद अब दिन भी समाप्त होने को है, परन्तु बिजली नहीं आई। उनके पास कोई प्रबंध न होने की सूरत में उन्हें एक्सरे से मरीज को हवा देनी पढ़ रही है।
आंधी के कारण बिजली सप्लाई में आई खराबी
एसएमओ डॉ. भूपिन्द्र सिंह ने बताया कि मंगलवार रात को आई आंधी के कारण बिजली सप्लाई में कोई तकनीकी खराबी आई है। जिसके चलते जेनरेटर की सप्लाई भी काम नहीं कर पाने के कारण मरीजों व अस्पताल प्रबंधन को परेशानी पेश आई है। उक्त समस्या को शीघ्र दूर करने के लिए इलेक्ट्रिशियन काम पर जुट गए हैं।