आठ साल काटे थे छह हजार पेड़, अब पठानकोट-अमृतसर हाइवे पर रोपे जाएंगे दस हजार पौधे
आठ साल पहले सड़क किनारे लहलहाने वाले छह हजार से ज्यादा पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलने की भरपाई अब होगी।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : आठ साल पहले सड़क किनारे लहलहाने वाले छह हजार से ज्यादा पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलने की भरपाई अब होगी। पठानकोट- अमृतसर नेशनल हाइवे फोरलेन किनारे दस हजार नए पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए नेशनल हाइवे एथोरटी दिल्ली की ओर से पठानकोट से लेकर अमृतसर तक के 110 किलोमीटर मार्ग पर 11 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस धनराशि से सड़क के दोनों ओर तीन लाइनों में पौधे लगाए जाएंगे। पहली लाइन में फूलदार पौधों को रोपित किया जाएगा, दूसरी लाइन में ऑरनामेंटल ट्री तथा तीसरी लाइन में लंबी ऊंचाई वाले पौधे लगाए जाएंगे। गत वर्ष जब सड़क को चौड़ा करने के लिए काम शुरू हुआ था तो सड़क किनारे पौधों को काटा गया था। इसके बाद विभागीय स्तर पर पौधे लगाए गए, परंतु वह सही रख-रखाव न होने के कारण नष्ट हो गए। इसके बाद विभागीय स्तर पर इस पर प्लान तैयार किया गया जिस पर विभागीय स्तर पर मोहर लगी है।
तीन डिवीजनों में बंट कर खर्च होगी राशि,गुरदासपुर का बजट सबसे ज्यादा-
जानकारी के अनुसार विभाग की ओर से इस सारे प्रोजेक्ट पर करीब 11 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसे तीन डिवीजनों में बांट कर खर्च किया जाएगा। पठानकोट से लेकर दीनानगर मार्ग पर करीब 78 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। गुरदासपुर पर खर्च होने के लिए 7 करोड़ रुपये रखे गए हैं जबकि अमृतसर पर चार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
जनवरी में शुरू हो जाएगा काम : डीएफओ
डीएफओ डॉ. संजीव तिवारी ने बताया कि सड़क किनारे इन वृक्षों की जगह फिर पौधे लगाए जाएंगे। सड़क के दोनों ओर डेढ-डेढ़ फीट की रिज बनाकर इन पौधों को लगाया जाएगा। इससे जहां एक ओर बरसात के दिनों में पौधे गलने-सड़ने से बच जाएंगे वहीं दूसरी ओर इससे सड़कों पर हरियाली भी बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर आगामी जनवरी माह में काम शुरू कर दिया जाएगा।