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आवारा कुत्तों का कहर नहीं भुगतेगा शहर

शहरवासी अब आवारा कुत्तों का कहर नहीं भुगतेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 10:58 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 10:58 PM (IST)
आवारा कुत्तों का कहर नहीं भुगतेगा शहर
आवारा कुत्तों का कहर नहीं भुगतेगा शहर

विनोद कुमार, पठानकोट : शहरवासी अब आवारा कुत्तों का कहर नहीं भुगतेंगे। नगर निगम की ओर से आवारा कुत्तों की नसबंदी करने के प्रोजेक्ट की तैयारियां पूरी कर ली है। अगले कुछ दिनों में कठुआ की फर्म शहर में आवारा कुत्तों को पकड़ कर उनकी नसंबदी का काम शुरू कर देगी। काम को अमलीजामा पहनाने के लिए नगर निगम व एसपीसीए (सोसायटी फार द प्रीवेंशन आफ करूलिटी टू एनिमल) सोसायटी सहायता करेगी, ताकि शहरवासियों को आवारा कुत्तों के आतंक से आजाद करवाया जा सके। इस समस्या को लेकर दैनिक जागरण की ओर से 29 जुलाई को 'आवारा कुत्तों ने दो दिन में 40 को काटा' शीर्षक समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। समाचार प्रकाशित होने के बाद निगम प्रशासन ने नसबंदी प्रोजेक्ट का ठेका उठाने वाले ठेकेदार को जल्द से जल्द इसे सिरे चढ़ाने के लिए काम शुरू करने को कहा था।

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पहले फेज में 200 कुत्तों की होगी नसबंदी

नगर निगम की हेल्थ ब्रांच की देखरेख में शुरू होने वाले प्रोजेक्ट के तहत पहले फेज में 200 आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। इसके अलावा सपीसीए सोसायटी भी इस मामले में निगम की सहायता करेगी। आवारा कुत्तों को पकड़ कर ठेकेदार के कर्मी मनवाल स्थित वेटरनरी अस्पताल में ले जाएंगे।

आटो को बनाया कैरी कैचर

निगम की और से मनवाल स्थित वेटरनरी अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है। ठेकेदार ने निगम को कैचर उपलब्ध करवाने की मांग की थी। निगम ने एक आटो को कैरी कैचर बनाया है। जिससे ठेकेदार के कर्मी शहर के विभिन्न एरिया से आवारा कुत्तों को पकड़ कर मनवाल लेकर जाएगी।

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जिला में 2500 से आवारा कुत्ते

पशु पालन विभाग की ओर से बीते वर्ष जून में करवाई गई पशुओं गिनती के अनुसार जिला पठानकोट में 2500 से ज्यादा आवारा कुत्ते हैं, जिसमें सिटी पठानकोट में 845 आवारा कुत्ते झुंड नुमा रूप में घूमते हैं। दो हजार से अधिक पालतू कुत्तें भी हैं। आवारा कुत्तों को पकड़ने अथवा नसबंदी करने के लिए निगम ने चार महीने पहले टेंडर जारी किया था परंतु अभी तक इस पर कोई काम शुरु नहीं हो पाया है। संस्था ने तीन महीने पहले कुत्तों की नसबंदी करने का काम शुरु किया था परंतु फंड की वजह से वह उतने प्रोजेक्ट नहीं करवा पा रहे जितनों की जरुरत है।

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कुल कुत्ते 2500,

आवारा कुत्ते सिटी पठानकोट में 845

पालतू कुत्ते 1655

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2019 में 8643 लोग हुए थे कुत्तों के काटने का शिकार

जनवरी - 655

फरवरी -501

मार्च - 728

अप्रैल -798

जून - 773

जुलाई - 931

अगस्त -799

सितंबर- 596

अक्टूबर-690

नवंबर -725

दिसंबर- 709

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30 जून तक 2502 और लोग कुत्तों का शिकार हो चुके हैं

जनवरी-263

फरवरी - 611

मार्च -696

अप्रैल -383

मई -166

जून- 383

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एडीसी कम निगम के एडिशनल कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि कठुआ डाक्टर खजूरिया को कुत्तों की नसबंदी करने का टेंडर लिया है। उन्हें काम का वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया है। अगले कुछ दिनों के भीतर शहर के आवारा कुत्तों को कैरी कैचर की सहायता से मनवाल स्थित वेटरनरी अस्पताल में पहुंचाया जाएगा यहां उनकी नसबंदी की जाएगी। काम में तेजी लाने के लिए एसपीसीए (सोसायटी फार द प्रीवेंशन आफ करूलिटी टू एनिमल) सोसायटी का गठन किया गया है। ठेकेदार के साथ-साथ सोसायटी भी अपने स्तर पर काम को सिरे चढ़ाने में निगम की सहायता करेगी।


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