5 करोड़ की लागत से बनेगा डाइट, ईटीटी के छात्रों को नहीं जाना पड़ेगा दूसरे जिले में
राज चौधरी, पठानकोट शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंच
राज चौधरी, पठानकोट
शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने, सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों को ट्रेंड करने तथा ईटीटी की पढ़ाई को पूरा करने के लिए दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। अब शिक्षा मंत्रालय ने ये सुविधा अब सिर्फ पठानकोट में ही देने के लिए जिला में पांच करोड़ रुपये खर्च कर पांच एकड़ भूमि पर जिला इंस्टीटयूट ऑफ ट्रे¨नग एजुकेशन (डाइट) की शिक्षा शुरू करने का निर्णय लिया है। इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है तथा इसके लिए हलका भोआ, यूनिवर्र्सिटी कॉलेज पठानकोट के समीप तथा मलिकपुर में ही तीन जगह चयनित की गई है। इस पर प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से एक जगह सिलेक्ट करने के उपरांत इस प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू हो जाएगा।
अत्याधुनिक तकनीक से तैयार होने वाली इस बि¨ल्डग का निर्माण होने के उपरांत प्रति वर्ष जिले में ही 100 से अधिक ईटीटी अध्यापक तैयार हो पाएंगे वहीं शिक्षा विभाग की ओर से आए दिन जिले भर में अध्यापकों के चलने वाले ट्रे¨नग अथवा सेमिनारों के लिए के अन्य स्कूलों में रिक्वेस्ट कर उनके हॉल अथवा ओडिटोरियम की निर्भरता से भी निजात मिल पाएगी। तैयार होनी वाली इस बि¨ल्डग में ईटीटी करने वाले विद्यार्थियों के लिये होस्टल तथा मैस की सुविधा भी होगी। जानकारी के अनुसार इस सप्ताह ये प्रोपजल बन कर सरकार को भेज दी जाएगी। संतुति मिलते ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। सेमिनार लगाने के लिए रहना पड़ता था एडिड स्कूलों पर निर्भर
ऐसे में शिक्षा विभाग के पास इन सेमिनारों के लिए अपना कोई सरकारी स्तर पर स्थल न होने के कारण आए दिन प्राइवेट अथवा ऐडिड स्कूलों के ओडिटोरियम पर निर्भर रहना पड़ता था। जिला स्तर पर कोई भी समारोह आयोजित होने पर अकसर ही जिला शिक्षा विभाग की ओर से आए दिन आर्य गलर्ज सीनियर सैकेंडरी स्कूल तथा एवलन सीनियर सैकेंडरी स्कूल में स्थित ओडिटोयिरम अथवा हॉल में कार्यक्रम आयोजित किये जाते थे। शिक्षा विभाग की ओर से समूह स्कूल मुखियों अथवा स्टाफ को इन स्कूलों में बुलाकर एक स्थान पर कार्यक्रम आयोजित कर कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं। कई बार तो पहले से इन स्कूलों में कार्यक्रम होने के कारण सेमीनार अथवा ट्रे¨नग कार्यक्रमों में बदलाव भी किया जाता रहा है परंतु डाइट का निर्माण होने के बाद शिक्षा विभाग को अब किसी भी अन्य स्कूल के ओडिटोरियम पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
तीन जगह सिलेक्ट, चयन के बाद होगा फाइनल : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र शर्मा ने बताया कि जिलाधीश नीलिमा के आदेशों के बाद विभागीय स्तर पर फिलहाल तीन जगहों का चयन किया गया है। इन पर इस सप्ताह जगह चयनित हो जाएगी। सिलेक्ट किये गए स्थानों में एक जगह मलिकपुर, दूसरी यूनिवर्सिटी कालेज पठानकोट के समीप तथा तीसरा भोआ हलका में की गई है। इन तीनों स्थानों पर प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति बनने के बाद ही किसी एक जगहों को चयनित किया जाएगा तथा उसी जगह पर बि¨ल्डग का निर्माण होगा।