पठानकोट डिपो ने इंटर स्टेट रूट पर बसें चलाने की मांगी मंजूरी
पठानकोट डिपो के सब इंस्पेक्टर कम नोडल अफसर ने इंटंट्टेट बस सेवा की मंजूरी मांगी है।
विनोद कुमार, पठानकोट
लॉकडाडन-5 में मिली सुविधाओं के बाद पठानकोट डिपो ने परिवहन विभाग को दिल्ली, जम्मू सहित चंडीगढ़ की सर्विस बढ़ाने के लिए लिखा है।
उम्मीद है कि अगले एक-दो दिन में उक्त रूटों पर सर्विस चलाने की मंजूरी मिल जाएगी। नए रुट शुरु होने के बाद यहां लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में राहत होगी, वहीं विभाग की भी आर्थिक स्थिती मजबूत होगी।
केंद्र सरकार की ओर से अब एक से दूसरे राज्य में बिना पास जाने की अनुमति को देखते हुए पठानकोट डिपो ने परिवहन विभाग से दिल्ली के लिए रूट चलाने संबंधी लिखा है। इसके इलावा पठानकोट से दिल्ली बाया जालंधर के लिए सात , पठानकोट से डल्हौजी के लिए दो, पठानकोट से चंबा के लिए दो, पठानकोट से जम्मू के लिए सात अमृतसर से जम्मूतवी के लिए पांच रुटों पर बसें भेजने के लिए निवेदन किया गया है। दस बसों से 320 श्रमिक भेजे गुरदासपुर
नोडल अफसर जीवन वर्मा ने कहा कि श्रमिक स्पेशल सर्विस के तहत रविवार को दस बसों से 320 श्रमिकों को गुरदासपुर भेजा गया। कहा कि जिला प्रशासन के आदेश पर सभी श्रमिकों का पहले पठानकोट स्थिति राधा स्वामी सत्संग भवन में मेडिकल टेस्ट हुआ। सुबह नाश्ता करवाने के बाद बाद सभी को दोपहर का भोजन वितरित किया गया। इसके बाद सभी को रोडवेज ने स्पेशल सर्विस के तहत गुरदासपुर भेजा गया। यहां से छत्तीसगढ़ के लिए चलाई गई स्पेशल ट्रेन से उनके पैतृक राज्य में भेजा गया। चंडीगढ़ के लिए और सर्विस बढ़ाने पर जोर
डिपो की ओर से पड़ोसी राज्यों के इलावा पठानकोट से अमृतसर के लिए 16 रुट चलाने के लिए लिखा है। इसके अलावा पठानकोट से जालंधर के लिए 9, पठानकोट से बसोहली के लिए एक, थीन डैम से चंडीगढ़, दीनानगर से चंडीगढ़, बमियाल से चंडीगढ तथा घरोटा से चंडीगढ़ का एक-एक रुट जो लाकडाउन के चलते बंद पड़ा है को शुरु करने के लिए कहा गया है। जबकि, पठानकोट से चंडीगढ़ के बीच चल रही तीन बसों की सर्विस को बढ़ाकर दस करने की बात कही है। एक-दो दिन में मंजूरी मिलने की संभावना
पठानकोट डिपो के सब इंस्पेक्टर कम नोडल अफसर जीवन वर्मा ने कहा कि डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट को दिल्ली सहित लोकल बंद चल रहे रूटों को शुरू करने के लिए लिखा गया है। एक-दो दिन में मंजूरी मिलने की संभावना है। मंजूरी मिलते ही नियमों की पालना करते हुए पचास फीसद सवारियां के साथ बसों को रुट पर भेजने के काम शुरू हो जाएगा। बस में बैठने से पहले यात्रियों का बस स्टैंड पर स्कैनिग की जाएगी। अगर किसी को बुखार अथवा कोरोना के लक्षण पाए गए तो उसके बारे में हेल्थ डिपार्टमेंट को सूचित किया जाएगा।