चिंता की बात नहीं, ब्लड बैंक में है पर्याप्त रक्त
कोरोना काल में ब्लड बैंक में खून की कमी हो गई है परंतु जिले के लोगों को घबराने की ज्यादा जरूरत नहीं है
जागरण संवाददाता, पठानकोट
कोरोना काल के दौरान ब्लड बैंक में खून की कमी हो गई है, परंतु जिले के लोगों को घबराने की ज्यादा जरूरत नहीं है। सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में अभी पर्याप्त मात्रा में रक्त है। हालांकि कुछ दिन पहले जरूर कमी महसूस की जा रही थी, लेकिन दानवीरों की मदद से कैंप लगाकर इसे पूरा किया गय है। अभी फिलहाल ब्लड बैंक में 150 यूनिट ब्लड मौजूद है।
कोरोना रुकने का नाम नहीं ले रहा। हर रोज नए रिकार्ड को छूता जा रहा है। सोमवार को इस वायरस के कारण सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हो गई। पाजिटिव आने का सिलसिला भी जारी है। अब तो हर दिन दो से ज्यादा लोग संक्रमित आ रहे हैं। इस कारण सरकार ने मिनी लाकडाउन लगा दिया है। सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर पाबंदी लगा दी गई है। दूसरी ओर इसका असर ब्लड बैंक पर भी पड़ रहा है। कई अस्पतालों में इस कारण खून की कमी होने लगी है। लगातार कैंप नहीं लगाए जाने से और भी समस्याएं बढ़ती जा रही है।
40 यूनिट रोज होती है रक्त की जरूरत
सिविल अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अभी ब्लड बैंक में खून की कमी नहीं है। इस ब्लड ब्लड बैंक की क्षमता 600 यूनिट की है। यहां पर रोजना 40 यूनिट ब्लड की जरूरत होती है। इसमें एबी और ओ ग्रुप की सबसे ज्यादा है। हां अगर क्षमता के अनुसार बात की जाए तो कमी जरूर है पर मांग कम है। इस हिसाब से ब्लड मौजूद है। इन दिनों सबसे ज्यादा मांग गर्भवती महिलाओं की ओर से आ रही है। सीजेरियन डिलीवरी के दौरान ज्यादा जरूरत होती है।
हादसों में कमी और सीजेरियन बंद होने से मांग घटी
इन दिनों ब्लड की मांग भी कम हो गई है। इसका सबसे बड़ा कारण हादसों में कमी है। कोरोना के चलते नाइट कर्फ्यू के साथ मिनी लाकडाउन लगाया गया है। लोगों को घरों में ही रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बिना काम के लोग भी घरों से कम ही निकल रहे हैं। दूसरा कारण सरकारी से प्राइवेट अस्पतालों में सीजेरियन को बंद करना है। जरूरतमंद मरीजों के ही आपरेशन किए जा रहे हैं।
वैक्सीनेशन से पहले करें रक्तदान
बीटीओ डा. माधवी ने बताया कि रक्तदानियों के सहयोग से कैंप लगाए गए हैं। रक्तदानी कोरोना की वैक्सीन लगाने से पहले रक्तदान करें। वैक्सीन लगाने के एक महिने तक रक्तदान नहीं करें। अगर दूसरा डोज लगाते हैं तो 60 दिन तक रक्तदान न करें।