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पुलिस सख्ती करे तो नो हेलमेट, नो पेट्रोल योजना आ सकती है पटरी पर

नो हेलमेट नो पेट्रोल मुहिम के फेल होने का नतीजा यह निकला है कि शहर की सड़कों पर लोग बिना हेलमेट पहने असुरक्षित सफर कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 12:44 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 12:44 AM (IST)
पुलिस सख्ती करे तो नो हेलमेट, नो पेट्रोल योजना आ सकती है पटरी पर
पुलिस सख्ती करे तो नो हेलमेट, नो पेट्रोल योजना आ सकती है पटरी पर

संस, पठानकोट : नो हेलमेट नो पेट्रोल मुहिम के फेल होने का नतीजा यह निकला है कि शहर की सड़कों पर लोग बिना हेलमेट पहने असुरक्षित सफर कर रहे हैं। न तो लाग अपनी जान की परवाह करते हुए हेलमेट पहन रहे हैं और न ही उन्हें रोकने वाला कोई है। हालांकि ट्रैफिक पुलिस की ओर से हेलमेट न पहनने वालों पर कार्रवाई जरूर की जाती है। लेकिन यह कार्रवाई नामात्र की नजर आती है। सख्त कार्रवाई न होने के कारण शहर की हर सड़क पर बिना हेलमेट वाहन चला रहे दोपहिया वाहन चालक जरूर दिख जाते हैं। ये आलम न होता अगर नो हेलमेट नो पेट्रोल मुहिम को पूरी सख्ती एवं ठोस प्ला¨नग के साथ लागू किया जाता। लेकिन न तो प्रशासन इसके लिए कोई ठोस नीति बना पाया और न ही इसे सख्ती से लागू किया जा सका। वहीं ¨चता की बात तो यह रही कि लोगों ने भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और यह मुहिम ठंडे बस्ते में चली गई। हालांकि इस मुहिम के सिरे न चढ़ने के कारण नुक्सान काफी हुआ है। शहर भर में कई ऐसे हादसे हो चुके हैं जिसमें चालक द्वारा हेलमेट न पहने होने के कारण गंभीर चोटें आईं हों। कुछेक हादसों में चालकों की जान भी जा चुकी है।

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बता दें कि जिलाप्रशासन की ओर से साल 2016 में नो हेलमेट नो पेट्रोल मुहिम शुरू की गई थी। मुहिम के तहत शहर के किसी भी पेट्रोल पंप पर दोपहिया वाहन चालकों को बिना हेलमेट के पेट्रोल नहीं दिया जाना था। लेकिन यह मुहिम कुछ दिन भी नहीं चल पाई थी। न तो पेट्रोल पंपों की तरफ से कोई खास सहयोग मिल पाया था और न ही प्रशासन की ओर से कोई सख्ती इस मुहिम को लेकर की गई थी। आलम यह रहा था कि चंद दिन भी इस मुहिम को लागू कर पाना मुश्किल हो गया था। अब हालात कुछ ऐसे हैं कि वाहन चालक इस मुहिम के बारे भूलते जा रहे हैं। अधिकतर लोगों को इस मुहिम की जानकारी ही नहीं है। हालांकि कुछ पेट्रोल पंपों पर उक्त मुहिम के बोर्ड लटकते जरूर दिखते हैं लेकिन न तो कोई पेट्रोल पंप वाहन चालकों का पेट्रोल देने से इंकार करता है और न ही लोगों को हेलमेट पहनने को कहा जाता है।

हर महीने महज 60 चालान

शहर की हर सड़क पर यदि देखा जाए तो भारी संख्या में वाहन चालक बिना हेलमेट के दिख जाएंगे। लेकिन यदि ट्रैफिक पुलिस के चालानों के आंकड़ों को देखा जाए तो नो हेलमेट के महज 60 चालान ही हर माह हो पाते हैं। जबकि शहर में एक ही दिन में 60 से ज्यादा दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट दिख जाते हैं। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई नियमों की उल्लंघना के सामने फीकी लग रही है।

हेलमेट जरूर पहनें लोग : नरेश महाजन

ट्रैफिक पुलिस प्रभारी नरेश महाजन ने कहा कि हेलमेट न पहनने वालों के चालान किए जाते हैं। नियमों की उल्लंघना माफ नहीं की जाएगी। ट्रैफिक नियम लोगों की सुरक्षा के लिए बनाए जाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दोपहया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें।


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