प्रशासन करता सख्ती तो शायद ठंडे बस्ते में न जाती मुहिम
करीब ढाई साल पहले शहर के लोगों को हेलमेट पहनना सिखाने के लिए प्रशासन ने जो मुहिम शुरू की थी वह अनदेखी के कारण ही बंद हो गई है। अगर प्रशासन सख्ती करता तो शायद यह योजना सफल हो जाती और ठंडे बस्ते में न जाती। यह कहना है शहर के लोगों का। लोगों का कहना है कि प्रशासन ने इस मुहिम को सिरे चढ़ाने के लिए कोई खास सख्ती नहीं की। इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि बिना प्ला¨नग के ही इस योजना को जल्दबाजी में लागू कर दिया गया। जबकि इसे सफल बनाने के लिए कोई ठोस नीति ही नहीं अपनाई गई।
पंकज राय, पठानकोट : करीब ढाई साल पहले शहर के लोगों को हेलमेट पहनना सिखाने के लिए प्रशासन ने जो मुहिम शुरू की थी वह अनदेखी के कारण ही बंद हो गई है। अगर प्रशासन सख्ती करता तो शायद यह योजना सफल हो जाती और ठंडे बस्ते में न जाती। यह कहना है शहर के लोगों का। लोगों का कहना है कि प्रशासन ने इस मुहिम को सिरे चढ़ाने के लिए कोई खास सख्ती नहीं की। इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि बिना प्ला¨नग के ही इस योजना को जल्दबाजी में लागू कर दिया गया। जबकि इसे सफल बनाने के लिए कोई ठोस नीति ही नहीं अपनाई गई। इतना ही नहीं, कुछ लोग आज भी मानते हैं कि इस योजना को यदि दोबारा शुरू किया जाए और हर विभाग अपनी तरफ से पूरा प्रयास करे तो इसको शहर भर में लागू किया जा सकता है। लेकिन यदि फिर से इस योजना को गंभीरता से न लिया गया तो दोबारा इसे शुरू करने का कोई लाभ नहीं होगा। दरअसल, साल 2016 में करीब ढाई साल पहले जिला प्रशासन ने शहर में यह मुहिम शुरू की थी। इसके तहत बिना हेलमेट पहने पेट्रोल पंप पर जाने वाले दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जाना था। लेकिन ढाई साल पहले शुरू हुई यह योजना ढाई दिन भी नहीं चल सकी थी। पेट्रोल पंपों पर सिर्फ इस मुहिम के बैनर लटका दिए गए थे लेकिन असलियत कोसों दूर थी। पेट्रोल पंपों द्वारा बिना किसी रोक-टोक के लोगों को पेट्रोल दिया जाता रहा और लोग भी बिना किसी परवाह के बिना हेलमेट के पेट्रोल भरवाते रहे।
सख्ती करना जरूरी : विजय पासी
ट्रैफिक एजुकेशन सेल से जुड़े ट्रैफिक मार्शल विजय पासी ने कहा कि सख्ती के बिना इस मुहिम को आगे बढ़ाया जाना संभव नहीं है। यदि प्रशासन सख्ती करे तो इस मुहिम को सिरे चढ़ाया जा सकता है। बिना सख्ती के इसका असर कम ही दिखेगा।
लोग हों जागरूक : विवेक गुप्ता
कारोबारी विवेक गुप्ता ने कहा कि इस योजना को सफल बनाने के लिए लोगों में जागरूकता होना बहुत जरूरी है। यदि लोगों में जागरूकता नहीं होगी तो यह योजना असफल ही होगी। जरूरत है हर वाहन चालक को जागरूक करने की ।
ठोस प्ला¨नग हो : मुनीष
समाजसेवी मुनीष सभ्रवाल ने कहा कि इस योजना को लागू करने से पहले सही प्रकार प्ला¨नग होनी चाहिए थी। आखिर पेट्रोल पंप पर पहुंचने वाले चालकों को कौन जागरूक करेगा और कौन उनपर कार्रवाई करेगी इसकी पूरी रूपरेखा तैयार होनी चाहिए।