स्टेशन ए क्लास, सुविधाएं पटरी से उतरी
कैंट रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सुविधाओं के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : कैंट रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सुविधाओं के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं हैं। पार्सल घर के लिए स्थायी बिल्डिंग नहीं है। लोगों का प्लेटफार्म पर पड़ा सामान यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनता है। क्लॉक रुम तक की सुविधा न होने से बाहर से आने वाले यात्रियों को भारी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। क्लाक रुम में सामान जमा करवाकर एरिया घूमने की योजना बनाए बैठे बाहरी राज्यों के यात्रियों को मजबूरी में या तो अपना समान साथ लेकर जाना पड़ता है या फिर किसी होटल में कमरा लेकर रखना पड़ता है। यात्रियों का कहना है कि अगर ए क्लास स्टेशन है तो यहां पर सुविधाएं भी तो ए क्लास होनी चाहिए। मगर स्टेशन पर तो यात्रियों को बी क्लास सुविधाएं मिल रही हैं।
पार्सल घर का सारा सामान एक ही कमरे में
सात साल पहले रेलवे ने शहर के व्यापारियों की समस्या को देखते हुए प्लेटफार्म पर ही एक कमरे में पार्सल घर बना दिया, जिसे अभी तक स्थायी जगह नहीं मिल पाई है। आज भी पार्सल घर का सारा काम एक ही कमरे में होता है। ऐसे में बुक तथा बाहर से आने वाले पार्सलों को प्लेटफार्म पर ही प्लेस करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है। छोटे-छोटे नगों को प्लेटफार्म पर ही खुले में लगा दिया जाता है, जबकि मोटरसाइकिल व अन्य व्हीकलों को प्लेटफार्म पर प्लेस करने से यात्रियों को दिक्कते होती हैं। प्लेटफार्म पर ही पार्सल बिखरा होने की वजह से यात्री जब अपना डिब्बा ढूंढते हुए आगे-पीछे होते हैं तब अकसर लोग इसमें टकरा कर गिर जाते हैं। विभागीय नियमों के अनुसार प्लेटफार्म पर पार्सल घर नहीं बनाया का सकता। कारण, वहां आने वाले वाहनों में अगर गलती से पेट्रोल रह जाए तो इससे दुर्घटना भी हो सकती है। इसके अलावा सामान की हिफाजत के लिए एक अलग सा पार्सल गोदाम होता है।
क्लाक रूम की भी सुविधा
फिरोजपुर रेल मंडल के ए क्लास स्टेशनों की सूची में शूमार कैंट स्टेश्न पर रेलवे आज तक क्लाक रूम की सुविधा मुहैया नहीं करवा पाया है। मंगलवार को कोलकाता से भोला नाथ गुराय, कुणाल विश्वास ने बताया कि वह चार दिवसीय यात्रा पर आए हैं। आज उनका कार्यक्रम पठानकोट व आस-पास के एरिया को घूमने का था। कल हिमाचल जाकर रात्रि को वैष्णो माता जाने का था। सोचा था कि क्लाक रूम में सामान रखकर वह शाम को फिर ले लेंगे। रात्रि को किसी गेस्ट हाउस में रह लेंगे और सुबह आधा समान साथ ले लेंगे। लेकिन, स्टेशन पर क्लाक रूम की सुविधा न होने की वजह से उन्हें आज ही किसी गेस्ट हाउस में ठहरना पड़ रहा है।
कोट्स
स्टेशन के बाहर पार्सल की नई इमारत बनाने का काम चल रहा है। बिल्डिंग बनने के बाद ही यहां से पार्सल को शिफ्ट कर सकते हैं।
लेख राज, चीफ पार्सल सुपरवाइजर