अब डोर टू डोर कूड़ा उठाने में आएगी तेजी, 200 रिक्शे खरीदेगा निगम
नगर निगम की हेल्थ ब्रांच जल्द ही शहर के लोगों को गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग रखने के लिए जागरूक करेगी।
जागरण संवाददाता, पठानकोट
नगर निगम की हेल्थ ब्रांच जल्द ही शहर के लोगों को गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग रखने के लिए जागरूक करेगी। जिससे कूड़े का समाधान हो सके। एकत्र किए जाने वाले गीले कूड़े से निगम जहां खाद तैयार करेगा, वहीं सूखे कूड़े को बेच कर आर्थिक स्थिति सुधारेगा। योजना के मुताबिक निगम हरेक तीन या चार वार्ड के पीछे एक कंपोस्टिंग पिट तैयार करेगा, जिसमें गीला कूड़ा एकत्र करके जैविक खाद तैयार करेगा और सूखे कूड़े को बेचकर सफाई व्यवस्था को सुधारेगा। इस बात की जानकारी नगर निगम की हेल्थ ब्रांच के इंचार्ज डॉ. एनके ¨सह ने की। उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्र करने के काम में तेजी लाने के लिए 200 और नए रिक्शा खरीदे जाएंगे।
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की ओर से 2012 में पठानकोट सहित दस नगर कौंसिलों के कूड़े को एक स्थान पर डंप करने के लिए सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की योजना तैयार की थी। योजना के अनुसार सबसे पहले गुरदासपुर के कस्बा कलानौर को चुना गया। वहां के लोगों ने विरोध किया। इसके बाद राज्य सरकार ने इसकी जिम्मेवारी डीसी को दी परंतु वह भी जगह नहीं ढूंढ पाए। अब पठानकोट के कूड़े को डेयरीवाल में लिफ्ट किया जा रहा है जबकि, बाकी नगर कौंसिल भी अपने-अपने एरिया में ही कूड़ा को लिफ्ट कर रही है।
कंपो¨स्टग पिट की क्यों पड़ी जरूरत
निगम की हेल्थ ब्रांच का कहना है कि बेशक डेयरीवाल में 15 एकड़ जमीन पर कूड़ा डंप हो रहा है लेकिन वहां भी तो जगह कम हो जाएगी। अगर वहां पर कूड़े का अंबार लगता गया तो इससे यहां पर्यावरण दूषित होगा वहीं पानी भी गंदा होता है। इसी बात को देखते हुए शहर में कंपो¨स्टग पिट तथा सूखे कूड़े को बेचने का फैसला किया गया है। वर्तमान में घरों से कूड़ा इकट्ठा करने वाले वेस्ट कुलेक्टर कर्मी गीले- व सूखे कूड़े को अपने-अपने रिक्शा में लगे गीले व सूखे कूड़े के डंपरों से अलग-अलग स्थानों पर पहुंचाएंगे। इस समय शहर में तीस के करीब वेस्ट कुलेक्टर रिक्शा से कूड़ा एकत्र कर रहे हैं। हेल्थ ब्रांच का कहना है कि ऐसा होने के बाद यहां डेयरीवाल में लि¨फ्टग का लोड कम होगा वहीं गीले कूड़े से खाद तथा सूखे कूड़े को बेच कर निगम भी कमाई कर सकता है।
495 कर्मियों के हवाले शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा
वर्तमान में शहर नगर निगम की कुल 1.98 लाख आबादी वाले शहरी एरिया को 50 वार्डों में बांटा गया है। म्युनिसिपल एरिया में सफाई करने के लिए नगर निगम के पास कच्चे-पक्के व ठेकेदारी प्रथा के तहत काम कर रहे कुल 495 कर्मचारी हैं। जिसमें 165 पक्के, 175 कच्चे व बाकी पार्ट टाइम स्कीम के तहत काम कर रहे हैं। इसी प्रकार गंदगी को डंपिग स्थान तक पहुंचाने के लिए निगम के पास 8 ट्राली, 21 आटो , 5 हूपर व डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए 50 रिक्शा हैं। इसके अलावा निगम की और से 200 के करीब और भर्ती करने की योजना पर कार्य चल रहा है।
सालिड वेस्ट प्लांट बनने पर 11 कौंसिलों का कूड़ा एक ही जगह होगा डंप
कूड़ा निस्तारण के लिए बनाए जाने वाले प्लांट में पठानकोट नगर निगम सहित दस नगर कौंसिलों का कूड़ा डंप होना था। इससे जहां नगर कौंसिलों के पास कूड़ा डंप करने की समस्या का स्थायी समाधान होने के साथ-साथ उनकी कमाई का भी अलग स्त्रोत पैदा हो जाना था। कंपनी के कर्मचारी इन शहरों से कूड़ा उठा कर प्लांट तक खुद ले जाएंगे और उससे पैदा होने वाली खाद स समान से होने वाली कमाई से कुछ हिस्सा उनके खाते में भी आना है। निगम अधिकारियों के अनुसार पठानकोट के अलावा गुरदासपुर, होशियारपुर, सुजानपुर, दीनानगर, धारीवाल, बटाला, फतेहगढ़ चूडियां, कादियां, अजनाला व मुकेरियां का कूड़ा डंप होना था, जिसमें परिवर्तन किया गया है।
चार जगह बनाई गई हैं कंपो¨स्टग पिट
नगर निगम की ओर से शहर में चार स्थानों पर कंपो¨स्टग पिट बनाई गई हैं यहां से खाद तैयार की जा रही है। निगम की ओर से शिमला पहाड़ी पार्क, गुरु नानक देव पार्क, श्री राम पार्क एंव इंवायरमेंट पार्क में कंपो¨स्टग पिट बनाई गई है। निगम अधिकारियों का कहना है कि इन्हीं की भांति शहर में तकरीबन चालीस अन्य स्थानों पर भी कंपो¨स्टग पिट बनाई जानी है यहां पर निगम के वेस्ट कुलेक्टर (रिक्शा से कूड़ा एकत्र करने वाले कर्मी) गीले कूड़े को वहां पर डंप करेंगे जबकि, बाकी बचा सूखा कूड़े को डं¨पग स्थल पर इक्टठा करेंगे यहां से वेस्ट मेटेरियल को री-सेल किया जाएगा ओर बाकी सारा कूड़ा डेयरीवाल स्थित लिफ्ट किया जाएगा।