मां ने शहीद बेटे की अर्थी को दिया कंधा, बोली- बेटे पर गर्व है
शहीद जवान का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई। सभी की आंखे नम थी। उनकी मां संतोष कुमारी ने बेटे की अर्थी को कंधा दिया।
जेएनएन, पठानकोट। कुपवाड़ा सेक्टर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद सिपाही सुखदयाल का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके पैतृक गांव समराला में पहुंचा। जहां सेना की 59 मीडियम रेजिमेंट के जवानों ने शहीद को सलामी दी। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
इससे पहले शहीद जवान का पार्थिव शरीर गांव समराला पहुंचा तो ग्रामीणों में शोक की लहर थी और सभी की आंख नम थी। जब शहीद की अंतिम यात्रा के दौरान उनकी मां संतोष कुमारी ने बेटे की अर्थी को कंधा दिया। शहीद की मां ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के जाने का गम तो है, लेकिन उसकी शहादत पर गर्व भी है। हालांकि शहीद की पत्नी पल्लवी को रो-रोकर बुरा हाल था, वह बेसुध हो गई थी।
बता दें, 11 दिन पहले जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में आतंकियों से लड़ते हुए एक गोली सुखदयाल की टांग में लग गई थी। घायल होने के बाद उन्हें दिल्ली के आरआर सैनिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। इसी दौरान जख्मों की असहनीय पीड़ा के चलते वे शहीद हो गए।
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