पडियालाहडी का पशु अस्पताल बंद, किसान परेशान डायरेक्ट बोले- जल्द की जाएंगी नई भर्तियां
गांव पडियालाहडी के पशु अस्पताल को पंजाब सरकार द्वारा बंद कर किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए गांव गोसाईपुर के मेंबर पंचायत सरदार सुरेण सिंह ने बताया कि 31 मार्च के बाद इस अस्पताल में कोई भी पंजाब सरकार का कर्मचारी नहीं आया है।
संवाद सहयोगी, मामून : गांव पडियालाहडी के पशु अस्पताल को पंजाब सरकार द्वारा बंद कर किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए गांव गोसाईपुर के मेंबर पंचायत सरदार सुरेण सिंह ने बताया कि 31 मार्च के बाद इस अस्पताल में कोई भी पंजाब सरकार का कर्मचारी नहीं आया है। इस वजह से लोग अपने पशुओं का ईलाज नहीं करवा पा रहे हैं। उन्हें निजी डाक्टरों के पास जाना पड़ता है, ज्यादा पैसे वसूलते हैं। वहीं दूसरा सरकारी पशु अस्पताल 10 किलोमीटर दूर है। इलाके के किसानों पशुओं का ईलाज करवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गौर हो कि पंजाब सरकार की ओर से लाखों रुपया खर्च करके यह पशु अस्पताल बनवाया गया था, लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण इस पशु अस्पताल को ताला लगा कर बंद कर दिया गया है। इस पशु अस्पताल के सहारे गांव पडियालाहडी, गोसाईपुर, मुद्दे, गदला लाहडी, छोटे पूर, हलेर, चेंझेली, निहालपुर, चकमाघो सिंह, झूबर आदि गांवों के किसान और पशु पालक इस अस्पताल के सहारे पशु पाल रहे हैं।
पडियालाहडी गांव के किसानों ने बताया कि अब हमें अपने पशुओं के गर्भधारण के टीके 10 किलोमीटर दूर जाकर लगाने पड़ रहे हैं। वहीं अगर प्राइवेट डाक्टर से ईलाज करवाने जाते हैं तो वो दुगने पैसे लेकर ईलाज करता है।
इस संबंध में जब डायरेक्टर पशु पालन बिभाग चंडीगढ़ सजीव खोसला से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि 866 वेटनरी इंस्पेक्टर और 353 वेटनरी अफसर जल्दी भर्ती करके जो खाली स्थान है वह भर दिए जाएंगे।