'जून को मलेरिया माह के रूप में मनाएगा सेहत विभाग'
जिला स्वास्थ्य विभाग जून को मलेरिया माह के रूप में मनाएगा। यह जानकारी एसएमओ ने दी।
संस, पठानकोट :
जिला स्वास्थ्य विभाग जून को मलेरिया माह के रूप में मनाएगा। यह जानकारी मंगलवार को एसएमओ डॉ. सुनीता शर्मा और डॉ. वनीत बल ने दी। उन्होंने बताया कि यह फैसला पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू और सिविल सर्जन डॉ. विनोद सरीन के निर्देशानुसार लिया गया है।
एसएमओ ने बताया कि आम जनता को आमजन को जून में मलेरिया के कारणों और उसके बचाव के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मलेरिया बुखार मादा मच्छर के काटने से होता है। ये मच्छर खड़े साफ पानी में प्रजनन करते हैं। ये मच्छर रात और सुबह के समय काटते हैं। जुकाम और ठंड लगने के साथ बुखार होना। पसीना आना मलेरिया के मुख्य लक्षणों में से एक है।
डॉ. वनीत बल ने कहा कि मलेरिया से बचाव के लिए घरों के आसपास छोटे-छोटे गड्ढों में पानी इकट्ठा न होने दें और गड्ढों को मिट्टी से भर दें। ठहरे हुए पानी में काला तेल डालें। पूरी बाजू के कपड़े पहने और शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखें। सोते समय मच्छर भगाने वाली क्रीम आदि का प्रयोग करें। कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है। मलेरिया होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में मलेरिया परीक्षण और उपचार नि:शुल्क किया जाता है। इस मौके अविनाश कुमार सोमनाथ, राजिदर कुमार आदि उपस्थित थे।