दस सैंपलों की आई इनवैलिड रिपोर्ट: डॉ. भूपिद्र सिंह
जिले में तीन तरह की कोरोना टेस्टिग सेहत विभाग की ओर से शुरू की गई है। इनमें एक ट्रू नेट मशीन रैपिड एंटीजन टेस्टिग और तीसरी आरटीपीसीआर के जरिए रिपोर्ट मिलती है।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : जिले में तीन तरह की कोरोना टेस्टिग सेहत विभाग की ओर से शुरू की गई है। इनमें एक ट्रू नेट मशीन, रैपिड एंटीजन टेस्टिग और तीसरी आरटीपीसीआर के जरिए रिपोर्ट मिलती है। सेहत विभाग की ओर से रोजाना छह सौ के करीब मरीजों के सैंपल जांच के लिए अमृतसर भेजे जाते हैं। जब से जिले में सैंपलिग शुरू हुई है तभी से अब तक गिने चुने लोगों के ही सैंपलों की रिपोर्ट इनवैलिड रही है। अगर किसी मरीज की रिपोर्ट इनवैलिड आती है तो विभाग उसके लिए ठोस कदम उठाता है, ताकि मरीज को किसी प्रकार की परेशानी न हो। एसएमओ डॉ. भूपिद्र सिंह ने बताया कि अब तक जिले में दस के करीब मरीजों की सैंपलों की रिपोर्ट इनवैलिड रही है और उनकी दोबारा सैंपलिग करवा उन्हें इस समस्या से राहत भी दिलाई जा चुकी है। ऐसी रिपोर्ट वाले मरीजों को सेहत विभाग सख्त निर्देश देता है, अगर मरीज में कोरोना जैसे कोई लक्षण या फिर पाजिटिव मरीज के संपर्क में हो तो उसे होम आइसोलेट कर दिया जाता है अगर मरीज खुद अपनी तसल्ली के लिए सैंपलिग करवा रहा है तो उसे दोबारा जांच के लिए बोल दिया जाता है और उसे आइसोलेट नहीं किया जाता। मरीज के उपचार में देरी नहीं होने दी जाती, उनका उपचार शुरू कर दिया जाता है।
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इस वजह से आती इनवैलिड रिपोर्ट
इनकलक्लूसिव रिपोर्ट तब आती है जब मरीज का सैंपल मशीन में ठीक तरह से न लगे। लैब में रोजाना आठ से दस हजार के करीब सैंपलों की जांच होती है इतने में कुछ एक सैंपल ठीक तरह से न लगने पर रिपोर्ट इनवैलिड हो जाती है।