ईओ जतिन्द्र ¨सह की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से करवाने के आदेश, पुलिस वाले कोर्ट ले गए
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट विज्ञापन घोटाले के आरोपित ईओ जतिन्द्र ¨सह की पेशी ने जेल प्रशासन तथा सिविल अस्पताल प्रशासन के लिए कई तरह के सवाल खड़ा कर दिए हैं।
संवाद सहयोगी, पठानकोट
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट विज्ञापन घोटाले के आरोपित ईओ जतिन्द्र ¨सह की पेशी ने जेल प्रशासन तथा सिविल अस्पताल प्रशासन के लिए कई तरह के सवाल खड़ा कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार कोर्ट की ओर से ऑर्डर दिये गये थे कि सिविल अस्पताल में मिर्गी का दौरा पड़ने के कारण पिछले कुछ दिनों से सिविल अस्पताल में दाखिल आरोपित ईओ जतिन्द्र ¨सह को उनकी तारीख पर कोर्ट में न लाया जाए तथा उनकी पेशी वीडियो कांफ्रें¨सग के जरिये ही करवाई जाए। जैसे ही ये आर्डर सब जेल पठानकोट में पहुंचा तो जेल प्रशासन ने मुलाजिमों को सिविल अस्पताल भेजा। वह ईओ जतिन्द्र ¨सह को अस्पताल से बिना डिस्चार्ज करवाये कोर्ट में ले गये। जैसे ही वह उनकी पेशी करवाने लगे तो जज ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उनकी ओर से मुलाजिमों से पूछा गया कि क्या जतिन्द्र ¨सह को अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर लाया गया है। इस पर कोई भी उत्तर न दे पाने के बाद पुलिस मुलाजिम ईओ जतिन्द्र ¨सह को पेशी करवाने के बाद पुन: सिविल अस्पताल ले आये।
उधर, इस संबंध में जब एसएमओ सिविल अस्पताल पठानकोट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वीडियो कांफ्रें¨सग की सूचना उन्हें नहीं थी। सब जेल से मुलाजिम आये थे। उनकी ओर से पेशी की रिक्वेस्ट की गई तथा लिख कर दिया गया कि वह ईओ जतिन्द्र ¨सह को कोर्ट में पेश करने के उपरांत वापस ले आयेंगे। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आरोपित को भेज दिया गया था ।
सब जेल सुप¨रटेंडेंट बलविन्द्र ¨सह ने बताया कि यदि जेल के भीतर आरोपित होता तभी उसकी वीडियो कांफ्रें¨सग करवाई जा सकती थी। जेल से बाहर होने के कारण ही उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। पेशी के बाद ईओ जतिन्द्र ¨सह की अब नई तारीख पड़ गई है। उन्होंने बताया कि मामले का एक अन्य आरोपित एसडीओ विपिन कुमार हार्ट तथा अन्य समस्याओं के कारण पहले ही सिविल अस्पताल में दाखिल है।
मालूम हो कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट विज्ञापन घोटाले में करीब चार करोड़ रूपए का घपला करने के आरोप में विजिलेंस की ओर से छह आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें से ईओ जतिन्द्र ¨सह,एसडीओ विपिन कुमार तथा एड एजेंसी के मालिक को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीन अभी फरार हैं।