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सात को जारी हुए थे लाइसेंस, 700 से अधिक जगह बिके पटाखे

सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखे बेचने तथा चलाने के लिये जारी किये गये आदेशों की दीपावली पर जम कर अवहेलना हुई। पटाखे चलाने के लिये जहां रात्रि आठ बजे से लेकर दस बजे तक का समय दिया गया था तथा इसके बाद पटाखे चलाने वालों पर सख्ती करने की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन को सौंपी गई थी। परन्तु इन सभी के बावजूद जिला में पटाखे चलाने वालों के खिलाफ न तो कोई मामला दर्ज हुआ तथा न ही पटाखे चलाने वालों की ओर से समय की पालना की गई। लोगों की ओर से रात्रि करीब एक बजे तक करोड़ों रूपए के पटाखे जलाकर खूब प्रदूषण फैलाया गया। जिला प्रशासन तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पटाखों के धुओं में उठते दिखे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 05:35 PM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 05:35 PM (IST)
सात को जारी हुए थे लाइसेंस, 700 से अधिक जगह बिके पटाखे
सात को जारी हुए थे लाइसेंस, 700 से अधिक जगह बिके पटाखे

राज चौधरी, पठानकोट

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दीपावली पर सुप्रीमकोर्ट के आदेश की जमकर अवहेलना हुई। पटाखे चलाने के लिये रात्रि आठ बजे से लेकर दस बजे तक का समय दिया गया था लेकिन इसके बाद भी पटाखे चलते रहे। पटाखे चलाने वालों पर सख्ती करने की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन को सौंपी गई थी। जिला में पटाखे चलाने वालों के खिलाफ न तो कोई मामला दर्ज हुआ तथा न ही पटाखे चलाने वालों की ओर से समय की पालना की गई। रात्रि करीब एक बजे तक पटाखे जलाकर खूब प्रदूषण फैलाया गया। इस तरह जिला प्रशासन और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पटाखों के धुएं में उठते दिखे।

दूसरी ओर जिला प्रशासन की ओर से पठानकोट में मात्र सात जगह पटाखे लगाने के लिये लाइसेंस जारी किए गए थे परन्तु प्रशासनिक ढील के चलते लोगों की ओर से सात सौ से अधिक स्थानों पर बिना रोक-टोक पटाखे बेचे गए। पुलिस नाकों और जांच के बाद भी पटाखे विक्रेताओं ने अपनी फड्डियां नहीं हटाई। जिन लोगों की ओर से लाइसेंस लेने के लिए दौड़ धूप की गई थी, वह अपनी सेल कम होने के कारण परेशान दिखे।

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पांच दिन में ही पांच गुणा दूषित हुआ पठानकोट का पर्यावरण

पटाखों के कारण पठानकोट का वातावरण पांच दिन में ही बिगड़ गया है। दिल्ली की एक प्राइवेट संस्था की ओर से पठानकोट में स्थापित किए गए प्रदूषण यंत्रों में दो नवंबर को शहर की हवा की क्वालिटी 35 प्रतिशत पाई गई थी परन्तु दीपावली पर चलाए गए करोड़ों रुपये के पटाखों के कारण वीरवार सुबह पठानकोट की एयर क्वालिटी 167 तक पहुंच गई है।

कृषि विभाग के ब्लॉक अफसर डॉक्टर अमरीक ¨सह ने बताया कि पटाखों के कारण प्रदूषित हुई हवा के कारण लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव आयेगा। बाक्स

पुलिस ने नहीं की बिना लाइसेंस बेचने वालों पर कार्रवाई

पठानकोट, सुजानपुर, भोआ हलकों में बिना लाइसेंस पटाखे बेचने वालों की संख्या सात सौ से अधिक थी। सुबह 11 बजे तक पटाखे बेचने की गति धीमी रखी गई। दोपहर 12 बजे के बाद पटाखे खरीद करने वालों की संख्या में एकदम से इजाफा होने के बाद लगातार पटाखा बेचने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो गया।

सरना अड्डा में पटाखा लगाने वाले कारोबारी तरूण जसवानी ने बताया कि उनकी ओर से पटाखे बेचने के लिए जिला प्रशासन से लाइसेंस लिया था। वह लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कई दिन प्रशासनिक दफ्तरों की दौड़-धूप करते रहे परन्तु जब लाइसेंस जारी हुआ तो उसका फायदा भी उन्हें ज्यादा नहीं मिल सका। पुलिस प्रशासन की ओर से उनकी दुकान पर आकर उनसे पूछताछ की गई जबकि आसपास अवैध ढंग से बिना अनुमति लिये पटाखे बेचने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वह 15 लाख रुपये के पटाखे लेकर आए थे जबकि सेल मात्र 8 से 9 लाख रुपये हो पाई हे। इसका बड़ा कारण उनकी दुकान के आसपास ही पन्द्रह से अधिक लोगों की ओर से फड्डियां लगाकर अवैध ढंग से पटाखा बेचना है।

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पुलिस की ओर से फिलहाल किसी भी पटाखे बेचने वाले पर मामला दर्ज नहीं किया गया है।

-तेजेन्द्र ¨सह, प्रभारी थाना कानवां


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