आतंकी हमले के इनपुट के बाद पठानकोट में हलचल तेज, बड़े सर्च ऑपेरशन की तैयारी
पंजाब में आतंकी हमले का खतरा है। पठानकोट में एक बार फिर बड़े हमले के इनपुट के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही खालिस्तानी आतंकियों की हिटलिस्ट का खुलासा हुआ है।
पठानकोट/अमृतसर, जेएनएन। पंजाब में आंतकी हमले के खतरे के कारण सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। पठानकोट में आतंकी हमले का इनपुट मिलने के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है। पूरे क्षेत्र में नाकंबदी कर दी गई और अस्पतालों में बेड खाली कराकर उन्हें रिजर्व किया गया है। बसें भी खाली कराकर तैयार रखी गई हैं। पुलिस व सुरक्षा बलों के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बलों के साथ प्रशासन और पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सभी विभागों को अपनी इमरजेंसी सेवाओं को अलर्ट पर रखने को कहा है।
हाई अलर्ट जारी, सिविल अस्पताल में बेड खाली कराकर सुरक्षित किए गए, बसें भी रिजर्व रखे गए
दूसरी ओर, पाकिस्तानी ड्रोन मामले में गिरफ्तार नौ खालिस्तानी आतंकियों से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। आतंकियों ने एक हिटलिस्ट बनाई है और इसमें कई बड़े नेताओं व धार्मिक हस्तियों के नाम हैं।
आतंकी गतिविधियों के तहत संवेदनशील पठानकोट में सर्च अभियान में एक हज़ार से अधिक जवान सहित अधिकारी जुटेंगे| शाम को पुलिस फोर्स सहित एसएसजी, स्वेट आदि के जवान और अधिकारी पठानकोट में पहुंचेंगे| तीन दिनों तक पुलिस का सर्च अभियान पठानकोट शहर एवं जिले के विभिन्न इलाकों में चलेगा। जवानों और अधिकारियों की टीमें सर्च अभियान में भाग लेंगी।
फोर्स को उनके स्थानों तक पहुंचाने के लिए स्कूल बसों का प्रबंध किया हुआ है। जिला प्रशासन ने सरकारी विभागों को भी अलर्ट किया हुआ है। सिविल अस्पताल पठानकोट में 20 बेड रिजर्व के साथ ही दवाओं व ब्लड का प्रबंध कर दिया गया है। स्कूलों व निजी बसों को खाली तैयार रखा गया है। वैसे, पुलिस अधिकारी इस मामले में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है पर सर्च अभियान में सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा के अलावा बॉर्डर एरिया में गतिविधियों को जांचा जाएगा।
बताया जाता है कि सुरक्षा एजेंसियों को पठानकोट में फिर बड़ा आतंकी हमले की साजिश का इनपुट मिला है। इसके बाद से पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन सहित सभी संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है।
पठानकोट सिविल अस्पताल में खाली कराकर तैयार रखे गए बेड।
जिला प्रशासन ने सभी विभागों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। वाहनों को चेकिंग के बाद ही जाने दिया जा रहा है। विभिन्न मार्गों के प्रमुख बिंदुओं पर पंजाब पुलिस के जवान तैनात हैं। कुछ निजी स्कूलों से उनकी बसों को भी जरूरत पडऩे पर तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। पुलिस पूरे जिले में खासकर सीमांत क्षेत्रों में एक बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू करने जा रही है। इस सर्च ऑपरेशन के लिए जालंधर सहित पंजाब के कई जिलों से अतिरिक्त फोर्स पठानकोट बुलाई गई है।
बताया जा रहा है कि लखनपुर बैरियर पर हथियारों के साथ आतंकियों के पकड़े जाने के बाद उनके पठानकोट के सीमांत क्षेत्रों से होकर गुजरने की बात सामने आई थी। जिले में आने वाले बमियाल सेक्टर की करीब सात किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है। इसी क्षेत्र से घुसपैठ कर आतंकी पहले भी दीनानगर और पठानकोट एयरबेस पर हमले की घटना को अंजाम दे चुके हैं।
डमटाल और भदरोया में 150 जवानों ने खंगाले जंगल
पठानकोट पुलिस ने शहर से करीब 13 किलोमीटर दूर डमटाल और भदरोया क्षेत्र के जंगल खंगाले हैं। पुलिस, एसओजी कमांडो, स्वैट टीम और हिमाचल पुलिस के करीब 150 जवानों ने यह सर्च ऑपरेशन चलाया। ये जंगल काफी घने हैं और कुछ साल पहले यहां भी आतंकी छिपे थे।
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आतंकियों की हिटलिस्ट के खुलासे से सियासी और धार्मिक नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई
उधर, पाकिस्तानी ड्रोन के मामले के बाद गिरफ्तार खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के आतंकियों से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासाह हुआ है। केजेडएफ ने पंजाब के कई सियासी और धार्मिक नेताओं की हिटलिस्ट बनाई है। आतंकियों की हिटलिस्ट में प्रमुख रूप से भाजपा नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला और पंजाब विधान सभा के पूर्व स्पीकर निर्मल सिंह काहलों सहित रंकारी समुदाय से जुड़ी शख्सियतें और कई डेरों के लोगों के नाम शामिल हैं। सभी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए आतंकियों ने स्वीकार किया है कि उनकी हिटलिस्ट में भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री प्रो. चावला और अकाली नेता काहलों के नाम हैं। अमृतसर में प्रो. चावला और काहलों की सुरक्षा में पुलिस दस्ते तैनात कर दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि जरूरत पडऩे पर उक्त नेताओं और धार्मिक शख्सियतों की सुरक्षा में इजाफा भी किया जा सकता है।
खालिस्तानी आतंकियों की पंजाब में धमाके व भीड़ पर फायरिंग की थी साजिश
तरनतारन। खालिस्तानी आतंकियों की पंजाब में बम धमाके और भीड़ पर गोलियां चलाने की साजिश की थी। यह खुलासा पाकिस्तानी ड्रोन के मामले गिरफ्तार राेमनदीप सिंह से पूछताछ में हुई है। पाकिस्तान से असलहा भेजने के लिए इस ड्रोन प्रयोग किया गया और रामेनदीप ने अपने साथियों के साथ नष्ट किया था और हथियार छिपाए थे।
दूसरी ओर, रोमनदीप सिंह के साथ शिअद महासचिव एवं पूर्व सीपीएस हरमीत सिंह संधू की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं हैं। संधू का दावा है कि सियासी तौर पर उन्हें बदनाम करने लिए यह घटिया चाल चली जा रही है। मूल रूप से गांव चीचा निवासी दिलबाग सिंह चक्कीवाले के बेटे रोमनदीप सिंह को गत दिन पूर्व काउंटर इंटेलीजेंस की टीम ने गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के दौरान राजफाश हुआ था कि ड्रोन जलाने लिए उसने साजनप्रीत सिंह से एक लाख की राशि भी ली थी।
जानकारी के अनुसार, आतंकी रोमनदीप सिंह कच्ची उम्र में ही हथियारों का शौकीन रहा है। सूत्रों की मानें तो रोमनदीप सिंह ने झब्बाल क्षेत्र के कई गांवों में अपने साथी शुभदीप सिंह व आतंकी आकाशदीप सिंह को रात ठहराने लिए नए ठिकाने बनाए गए थे। यही से पंजाब में बम धमाके करने व भीड़ पर गोलियां चलाकर सामूहिक कत्लेआम की वारदातों को अंजाम देने की तैयारी की जा रही थी।
रोमनदीप सिंह के साथ मेरा कोई संबंध नहीं : संधू
पूर्व सीपीएस हरमीत सिंह संधू का कहना है कि चुनाव व राजनीतिक सफर के दौरान कई नेताओं के साथ लोग तस्वीरें खिंचवाते हैं। ऐसे में उनके साथ निजी संबंध जोडऩा गलत है। उन्होंने कहा कि रोमनदीप सिंह कौन है इस बाबत मुझे कोई पता नहीं। चुनाव प्रचार के दौरान कई लोग जब तस्वीरें खिंचवाते हैं तो उन तस्वीरों का दुरुपयोग करना शर्म की बात है। संधू कहते हैं कि तरनतारन धमाके के दौरान घायल हुए गुरजंट सिंह जंटा की रिश्तेदारी अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला के साथ है। इस बाबत सभी को पता है। मेरी रोमनदीप सिंह के साथ न तो कोई रिश्तेदारी है और न ही कोई संबंध।