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पराली की आग से उत्पन्न गैसें स्वास्थ्य के लिए खतरनाक : डॉ. अमरीक

कृषि और किसान कल्याण विभाग ने पठानखोली गांव के साथ गुरू नानकदेव जी के 550 वें जन्म दिवस को समर्पित शिविर का आयोजन किया। मौके पर डॉअमरीक सिंह ने बताया कि गुरू नानक की शिक्षाएं मानव और पर्यावरण के अनुकूल हैं और उनके महान आदर्श वाक्य के अनुसार पवन गुरु पनि पितु माता भारती महातु यानी हवा पानी और मिट्टी का रखरखाव मानवता की भलाई के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। प्रवाल की आग से जहरीली गैसों का बच्चों बुजुर्गों और गर्भवती

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 06:22 PM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 06:13 AM (IST)
पराली की आग से उत्पन्न गैसें स्वास्थ्य के लिए खतरनाक : डॉ. अमरीक
पराली की आग से उत्पन्न गैसें स्वास्थ्य के लिए खतरनाक : डॉ. अमरीक

जागरण संवाददाता, पठानकोट : कृषि और किसान कल्याण विभाग ने पठानखोली गांव में गुरू नानकदेव जी के 550वें जन्म दिवस को समर्पित शिविर का आयोजन किया। मौके पर डॉ. अमरीक सिंह ने बताया कि गुरू नानक की शिक्षाएं मानव और पर्यावरण के अनुकूल हैं और उनके महान आदर्श वाक्य के अनुसार हवा, पानी और मिट्टी का रखरखाव मानवता की भलाई के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पराली को की आग लगाने से जहरीली गैसों का बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा है। धान की पराली में आग लगाने से मनुष्य और पशु के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा। 15 नवंबर के बाद तापमान में कमी से प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है जो 6 साल तक के बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। हैप्पी सीडर की मदद से गेहूं की बीजाई करने से खेती करने की लागत बी कम आती है। इस अवसर पर कृषि अधिकारी हरिंदर सिंह बैंस, डॉ. मनदीप कौर, अरमान महाजन, अंशुमान शर्मा, संजय कुमार व सनत आदि मौजूद रहे।

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