लैहरुन-सुलयाली मार्ग बंद होने पर लोगों ने जताया रोष
लैहरुन से सुलयाली को जाने वाली लिक सड़क को वख्तपुर पर हिमाचल एंट्री से बिल्कुल बंद कर दिया गया है
संस, दुनेरा : लैहरुन से सुलयाली को जाने वाली लिक सड़क को वख्तपुर पर हिमाचल एंट्री से बिल्कुल बंद कर दिया गया है। जिसके कारण लगभग दस गांवों के लोगों को भारी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। इसके चलते गांव लैहरुन के सरपंच पूरन धीमान, पूर्व सरपंच मनोहर लाल, पूर्व सरपंच महाशु राम, पूर्व सरपंच मनोहर लाल, पूर्व सरपंच किशन चंद, पूर्व सरपंच जगदेव सिंह, पृथ्वी सिंह, बृजलाल, मुकेश कुमार, रमेश कुमार आदि ने कहा कि लैहरुन से सुलयाली बहुत से लोग अपने दैनिक कार्य के लिए जाते हैं। लोगों को मेडिकल एमरजेंसी में भी यहां केवल 10 मिनट में नूरपुर में अस्पताल की सेवाएं मिल जाती हैं। वहीं अब इस लिक के बंद होने से उन्हें मेडिकल एमरजेंसी या अन्य कार्यों के लिए गांव से 60 किलोमीटर दूर का सफर तय करना पड़ेगा। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि सड़क को स्थाई तौर पर बंद करने के बजाय वहां पर पुलिस टीम और सेहत विभाग की टीम को बिठा दिया जाए। कुछ लोगों को सड़क पर आने जाने की मंजूरी दी जाए, ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। लाकडाउन के विरोध में सड़कों पर उतरा व्यापार मंडल
राजनीतिक दलों के नेता भले जितने मर्जी लोगों को एकत्र कर लें परंतु दुकानों पर यदि चार लोग आ जाए तो सरकार कोरोना संक्रमण बढ़ने की बात कह देती। यह बात पठानकोट व्यापार मंडल के प्रधान एसएस बाबा ने मंगलवार को लाकडाउन के खिलाफ विरोध जताते हुए कही। इस दौरान उपस्थित पठानकोट व्यापार मंडल के सदस्यों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रधान एसएस बावा ने कहा कि एक तो पहले ही कोरोना के चलते कारोबार का बुरा हाल है। दूसरा रही सही कसर सरकार ने लाकडाउन लगाकर पूरी कर दी है। कहा कि सरकार कोरोना रोकने की बात करती है परंतु कारोबारियों पर भी तो थोड़ा दया की जाए।कहा कि अगर सरकार ने लाकडाउन लगाना है तो उससे पहले कारोबारियों की बैंकों की किश्तें, बिजली बिल तथा बनते टैक्स माफ करे तो कुछ लगे कि सरकार ने उनके लिए भी कुछ किया है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कारोबारियों को पेश आ रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें दुकानें खोलने की इजाजत दी जाए।