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अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम का काम चार माह से अधर में लटका

सिविल अस्पताल पठानकोट में लगने वाला अत्याधुनिक फायर सेफ्टी सिस्टम का काम अधर में लटक गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 11:54 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 06:33 AM (IST)
अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम का काम चार माह से अधर में लटका
अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम का काम चार माह से अधर में लटका

भीष्म भनोट, पठानकोट : राज्य के नंबर वन सिविल अस्पताल पठानकोट में लगने वाला अत्याधुनिक फायर सेफ्टी सिस्टम (ऑटोमेटिक फायर डिडक्शन एंड अलार्म) का काम अधर में लटक गया है। ठेकेदार की तरफ से करीब चार माह पहले अस्पताल के विभिन्न वार्ड में फायर सेफ्टी सिस्टम की पाइप लाइन तो डाल दी गई लेकिन, अभी भी इस सिस्टम को शुरू नहीं किया गया है। इसके चलते फायर सेफ्टी के लिए बिछाई गई पाइप लाइन महत औपचारिकता साबित हो रही है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जल्द दिवाली तक फायर सेफ्टी सिस्टम काम करने लगेगा। मिली जानकारी के अनुसार हेल्थ विभाग की तरफ से राज्य के सभी अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा के मद्देनजर ऑटोमेटिक फायर डिडक्शन एंड अलार्म लगाए जा रहे है। पठानकोट सिविल अस्पताल में करीब 90- 95 लाख रूपए की लागत से ऑटोमेटिक फायर डिडक्शन एंड अलार्म सिस्टम लगाया जा रहा है जिसका काम पाइप लाइन बिछाने के बद अभी भी अधर में लटका हुआ है। ऑटोमेटिक फायर डिडक्शन एंड अलार्म सिस्टम शुरू न होने के चलते 130 बेड वाले सिविल अस्पताल पठानकोट में हर समय 200 के करीब मरीज सहित 300 के करीब मरीजों के परिजनों व 250 के करीब स्टाफ की जिदगी हर समय खतरे में है।

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आग लगने पर तुरंत बजेगा अलार्म:

इस सिस्टम के शुरू होने से मामूली आग लगने पर उठने वाले धुएं से तुरंत अलार्म बजेगा। अलार्म बजते ही फायर फाइटिग सिस्टम तापमान के बाद खुद एक्टिव हो जाएगा और खुद ही आग बुझाने का काम शुरू कर देगा। अस्पताल में आग लगने की जानकारी फायर डिटेक्शन सिस्टम से चलेगा। वहीं आधुनिक फायर फाइटिग सिस्टम से पानी का फव्वारा चल पड़ेगा और आग की फ्लेम को बेकाबू होने से रोकने का काम करेंगी। इस सिस्टम की खास बात यह है कि सामान्य आग पर ये सिस्टम तुरंत काबू पाने की क्षमता रखता है लेकिन, आग बेकाबू है तो उसे करीब आधे से एक घंटे तक काबू रख सकती है तब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी को घटनास्थल तक पहुंचने का समय मिल जाएगा। .......

सिविल अस्पताल में इसलिए पड़ी जरूरत:

सिविल अस्पताल के किसी भी वार्ड में आग से निपटने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। अस्पताल के विभिन्न वार्ड में जो भी फायर सेफ्टी सिलेंडर रखे गए हैं वे मेनूयल काम करते हैं ऐसे में ऑटोमेटिक फायर डिडक्शन एंड अलार्म लगने से मरीज और स्टॉफ की सुरक्षा पुख्ता हो जाएगी। ........

अस्पताल में जल्द शुरू होगा फायर सेफ्टी सिस्टक:

सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. भूपिद्र सिंह ने बताया कि अस्पताल के इमरजेंसी, चिल्ड्रन, ओपीडी, ओटी, मेल, फीमेल वार्ड सहित लगभग सभी वार्ड में फायर सेफ्टी सिस्टम की पाइप लाइन डाली जा चुकी है। लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर इस प्रोजेक्ट को जल्द पूरा किया जाएगा।


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