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फाइनांस एक्ट 194क्यू 2021 व्यापारियों के लिए नया बोझ : अमित नैय्यर

व्यापार मंडल पठानकोट की एक बैठक का आयोजन प्रधान अमित नैय्यर की अध्यक्षता में किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 05:20 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 10:15 PM (IST)
फाइनांस एक्ट 194क्यू 2021 व्यापारियों के लिए नया बोझ : अमित नैय्यर
फाइनांस एक्ट 194क्यू 2021 व्यापारियों के लिए नया बोझ : अमित नैय्यर

जागरण संवाददाता, पठानकोट : व्यापार मंडल पठानकोट की एक बैठक का आयोजन प्रधान अमित नैय्यर की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान चेयरमैन नरेश अरोड़ा, पंजाब प्रदेश सेक्रेटरी एलआर सोढी, पंजाब ज्वाइंट सेक्रेटरी सुनील महाजन, जिला प्रभारी भारत महाजन, सीनियर वाइस प्रधान इंचार्ज राजेश पुरी, प्रोजेक्ट चेयरमैन विपन वर्मा, जनरल सेक्रेट्री अरुण गुप्ता, कैशियर रमन हांडा, सीनियर मेंबर कुलदीप सिंह, राजेश शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि जो फाइनांस एक्ट 194 क्यू 2021 के तहत केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत करके खरीदार व व्यापारी पर नया बोझ डालने की तैयारी की गई है। एक्ट के तहत विक्रेता द्वारा किसी कंपनी से एक साल में 50 लाख से अधिक खरीदारी करने पर व्यापारिक आदारे कि पिछले वर्ष में 10 करोड़ से अधिक टर्नओवर होने की स्थिति में प्वाइंट एक प्रतिशत टीडीएस सरकार को जमा करवाना होगा। प्रधान अमित नैय्यर ने कहा कि सेक्शन 206 सी 1एच के तहत उपरोक्त स्थिति में विक्रेता को प्वाइंट वन प्रतिशत टीडीएस जमा करवाने का प्रावधान है, लेकिन सरकार ने कार्पोरेट अदारों के दबाव में यह बोझ आम व्यापारी पर डाल दिया है। व्यापारी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी आग्रह किया कि व्यापारियों को भ्रमित ना किया जाए तथा सरकार के ईज आफ डूइंग बिजनेस के वचन पर अमल किया जाए। व्यापारियों का मानना है कि सरकार व्यापारियों को भ्रमित कर बड़ी पेनल्टी वसूलने की योजना बना रही है क्योंकि, टीडीएस ना काटने की स्थिति में खरीदारी की रकम को 30 प्रतिशत इनकम मानकर टैक्स वसूला जाएगा जो कोविड-19 में डगमगाए व्यापार को क्षति पहुंचाएगा।

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उन्होंने कहा कि व्यापारी पहले ही कार्यशील पूंजी की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों पर बोझ कम करने की बजाय टैक्सों व रिटर्न का दायित्व कम करना चाहिए तथा सेक्शन 194 क्यू व सेक्शन 206 सी 1एच को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए जिससे व्यापारियों को राहत मिल सके।


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