हैप्पी सीडर अपनाया, पराली जलाने का विचार भुलाया
पंजाब सरकार की ओर से पराली न जलाने के लिए चलाए जा रहे जागरुकता अभियानों का इस बार क्षेत्र में काफी प्रभाव देखने को मिल रहा है।
संवाद सहयोगी, घरोटा
पंजाब सरकार की ओर से पराली न जलाने के लिए चलाए जा रहे जागरुकता अभियानों का इस बार क्षेत्र में काफी प्रभाव देखने को मिल रहा है। ब्लॉक घरोटा के अधिकतर किसान पराली को बिना जलाए गेहूं की बिजाई हैप्पी सीडर के साथ कर रही हैं। क्षेत्र के किसान पराली न जलाते हुए पर्यावरण संरक्षण में अपना अहम योगदान दे रहे हैं। गांव झलोआ के किसान गौरव ने बिना पराली जलाकर 6 एकड़ भूमि में गेहूं की बिजाई हैप्पी सीडर से की है तो वहीं अन्य किसान भी इसी प्रकार काम कर रहे हैं।
किसान गौरव ने बताया कि वह 4 वर्षों से फसल के अवशेषों को बिना आग लगाए खेती कर रहे हैं। इससे जहां प्रदूषण को फैलने से उन्होंने रोका है तो वहीं उनकी जमीन की पैदावार क्षमता भी बढ़ी है। गौरव ने बताया कि उसने 10 एकड़ पर धान व बासमती की फसल बीजी थी, इसके बाद में पराली चौपर से काट कर हैप्पी सीडर से गेंहू की बिजाई की है। उसने बताया कि कृषि विभाग गत 6 महीने से इस संबधी जागरूकता शिविर आयोजित कर किसानों को जागरूक कर रहा है। जिससे गांव अजीजपुर, ¨सबली, नौरगपुर इत्यादि के 30 एकड़ भूमि पर गेंहू की बिजाई पहली बार हैप्पी सीडर से की गई है। गौरव ने बताया कि फसली विभिन्नता के चलते उसने 15 एकड़ पर गन्ने की फसल की बिजाई की है। इससे उसका मुनाफा भी अधिक होता है। उसने क्षेत्र के अन्य किसानों को अपील की है कि वह कृषि विभाग के सहयोग से खेती करें और विशेषज्ञों के परामर्श के साथ कृषि को फायदे का व्यवसाय बनाएं। उधर क्षेत्र के गांव नौंरगपुर के किसान अजमेर ¨सह, रिक्की ठाकुर, अजीजपुर के अतुल शर्मा, अजीजपुर के बलवीर ¨सह लालू, लाहडी के राजेश अत्री, नौशहरा के सुख¨जद्र ¨सह, मिरजापुर के जसवंत ¨सह, दिलबाग ¨सह, भीमपुर के राणा रा¨जद्र ¨सह, ढा़की के मास्टर स्वर्ण ¨सह, चौहान के मास्टर ओंकार ¨सह, मदन सलारिया, रछपाल ¨सह, जोध ¨सह, मास्टर ज्ञान ¨सह ने कृषि विभाग के प्रयासों को सराहनीय बताते हुए कहा कि कृषि विभाग की जागरुकता मुहिम की बदौलत ही क्षेत्र के किसानों की सोच बदली है।