तीन माह से वेतन नहीं, धरने पर बैठे कर्मी खजाना अफसर से उलझे
तीन माह से वेतन न मिलने पर खजाना दफ्तर के समक्ष धरने पर बैठे शाहपुरकंडी बांध परियोजना के कर्मचारी वीरवार को खजाना अफसर कुलवंत ¨सह से उलझ गए।
संवाद सहयोगी, जुगियाल
तीन माह से वेतन न मिलने पर खजाना दफ्तर के समक्ष धरने पर बैठे शाहपुरकंडी बांध परियोजना के कर्मचारी वीरवार को खजाना अफसर कुलवंत ¨सह से उलझ गए। वेतन की मांग कर रहे कर्मचारियों की अफसर के साथ जमकर कहासुनी हुई। इसके बाद खजाना अफसर ने शाम तक कर्मियों का एक माह का वेतन जारी करने की बात कही। सांझी एक्शन कमेटी आरएसडी के बैनर तले धरने पर बैठे समूह डैम कर्मियों की ओर से वेतन न मिलने पर जहां धरना लगाकर रोष जताया जा रहा था तो वहीं कर्मचारियों द्वारा खजाना दफ्तर शाहपुरकंडी पर यह आरोप भी लगाया गया कि खजाना दफ्तर द्वारा रिश्वत लेकर कर्मचारियों के बिल आदि पास किए जाते हैं। गुस्साए कर्मचारी खजाना दफ्तर के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे, वेतन जारी होने के आश्वासन के बाद कर्मचारी शांत हुए। डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश बजाज, थीन डैम वर्कर यूनियन के अध्यक्ष जसवंत ¨सह संधू, जनक राज विशिष्ठ, सु¨रद्र मान, डराफटमैन ऐसोसीऐशन के चरण कमल शर्मा आदि ने बताया कि कर्मचारियों को तीन माह का वेतन नहीं मिला है जबकि सरकार की ओर से वेतन 2 नवंबर को रिलीज कर दिया गया है पर खजाना अफसर शाहपुरकंडी द्वारा वेतन कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खजाना दफ्तर के कर्मचारियों को घूस लेकर काम करने की आदत पड़ चुकी है। यहां रिश्वत लेकर कर्मचारियों के बिल आदि पास किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि खजाना दफ्तर में समस्या के बारे पूछने पर कर्मचारियों द्वारा बहाना लगाया जाता है कि आरबीआई को ई-मेल नहीं जा पा रही। आरबीआई को मेल भेजने के बाद ही वेतन जारी किया जाएगा। लेकिन अगर आरबीआई को कोई ई-मेल नहीं जा रही तो खजाना दफ्तर अन्य बिलों को कैसे पास कर रहा है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि खजाना दफ्तर द्वारा रिश्वत लेकर बिल पास किए जा रहे हैं और जानबूझ कर कर्मचारियों का वेतन रोक कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार डैम निर्माण में लगी कंपनी को करोड़ों का फंड दे रही है लेकिन कर्मियों को वेतन नहीं दिया जा रहा। उन्होंने मांग की कि खजाना अफसर कुलवंत ¨सह का तबादला किया जाए ताकि भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जा सके। इस मौके पर नरेश बजाज, जसवंत ¨सह संधू, हरि ¨सह पूरेवाल, मुकेश शर्मा, विनोद कुमार, जनक राज विशिष्ठ, सु¨रद्र मान, चरण कमल शर्मा, कप्तान ¨सह छीना, ओपी वर्मा, बल¨वद्र ¨सह, अशोक कुमार, सुरेश कुमार थे।
रिश्वतखोरी का आरोप झूठा : खजाना अफसर
खजाना अफसर कुलवंत ¨सह ने कहा कि कर्मचारियों द्वारा लगाए जा रहे रिश्वतखोरी के आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि 9 नवंबर के बाद से आरबीआई को ई-मेल नहीं सेंड हो पा रहा है। इसी कारण वेतन नहीं रिलीज किया गया। वेतन रिलीज करने के लिए ई-मेल भेजने का प्रयास किया जा रहा है। जैसे ही ई-मेल सेंड होगा उसके तुरंत बाद वेतन रिलीज हो जाएगा।